सच के सिपाही

भारत और पाकिस्तान के बीच 1948 में कश्मीर को लेकर हुए युद्ध में भारतीय सेना का जलवा देखने को मिला था। भारतीत सेना ने युद्ध के मैदान में ऐसा हल्ला बोला था जिसे याद कर दुश्मन देश आज भी थर-थर कांप उठता होगा।

खचाखच भरे रेसको  र्स स्टेडियम में ढाका की जनता इस ऐतिहासिक दृश्य को अपनी आंखों से देख रही थी। भारतीय सेना ने मुक्तिवाहिनी के साथ मिलकर पाकिस्तान को हराया था।

Kargil War: गोली लगने के बाद भी मनोज के सिर पर दुश्मनों के खात्मे की धून सवार थी। गोलियों ने उनका पूरा सिर ही उड़ा दिया और वो जमीन पर गिर गए।

भारतीय सैनिकों के पास ठंड से बचने के लिए न ही कपड़े थे और न ही जूते। नतीजन भारत को भारी नुकसान झेलना पड़ा। इस युद्ध में हमारे 1300 सैनिक शहीद हुए थे।

भारत और पाकिस्तान आजादी के बाद अलग-अलग हो गए। धर्म के नाम पर आपस में अलग होने के बाद पाकिस्तान (Pakistan) भारत की हर वो चीज हड़पना चाहता था जो बेशकीमती है।

पैरा कमांडोज (Para Commandos) की ट्रेनिंग कितनी कड़ी होती है इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि ट्रेनिंग के दौरान दुश्मनों के हमले से बचने के लिए उनपर असली गोलियां चलाई जाती है।

पूर्वी पाक में लोग परेशान थे और भारत की तरफ कूच कर रहे थे। भारत में शरणार्थी संकट बढ़ता ही जा रहा था। लिहाजा पाक के साथ दिसंबर 1971 में युद्ध छिड़ गया।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में कारगिल (Kargil War 1999) क्षेत्र में भीषण लड़ाई लड़ी गई थी। युद्ध में भारतीय सेना के जवानों ने पाकिस्तानी सैनिकों को बुरी तरह से हराया था।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1965 में लड़े गए युद्ध में भारतीय सेना (Indian Army) ने पाकिस्तान में घुसकर उसकी पहाड़ियों पर कब्जा कर लिया था। भारतीय सेना के इस कदम से पाकिस्तानी सेना बुरी तरह से घबरा गई थी।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में युद्ध (War of 1971) लड़ा गया था। यह युद्ध बांग्लादेश (पूर्वी पाकिस्तान) की आजादी के लिए लड़ा गया था। युद्ध में पाकिस्तान को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा था।

War of 1971: सैनिकों के परिवारों को आज भी अपनों का इंतजार है। सालों से इसी उम्मीद में परिवार राह देख रहा है कि एक दिन उनका अपना लौट कर आएगा।

Kargil War 1999: वह अपनी पहली सैलरी लेने से पहले ही शहीद हो गए थे। कालिया सेना में कैप्टन का रैंक हासिल करने के एक माह बाद देश के लिए शहीद हो गए थे।

Kargil War 1999: कारगिल जिला 1999 में भारत पाक के बीच हुई लड़ाई का पर्याय बन गया था। वैसे यह स्थान मुख्य से बौद्ध पर्यटन केंद्र के रूप में प्रसिद्ध है।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में कारगिल युद्ध (Kargil War) लड़ा गया। इस युद्ध में पाकिस्तानी सेना को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था। युद्ध में भीषण गोलीबारी और बमबारी हुई थी।

कारगिल का युद्ध (Kargil War) लड़कर पाकिस्तान (Pakistan) को हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन साथ ही साथ अमेरिका (America) ने भी उसका साथ देने से साफ इनकार कर दिया था।

टैंक एक तरह की बख्तरबंद लड़ाकू गाड़ी होती है। जिसे फ्रंट-लाइन से निपटने के लिए डिजाइन किया जाता है। टैंकों पर आम गोला बारूद का कोई खास असर नहीं होता।

पूर्वी पाकिस्तान (Pakistan) में रेप, लूट, हत्याएं होने लगी तो लोग भारत में शरणार्थी बनकर पश्चिम बंगाल, असम में आकर बसने लगे थे। एक करोड़ से ज्यादा पूर्वी पाकिस्तान के लोग भारत में घुस चुके थे।

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