कारगिल युद्ध की वो महिला सैनिक जिन्होंने जंग में दिया अहम योगदान

महिला जवान का नाम हैं गुंजन सक्सेना 1999 में गुंजन की पोस्टिंग 132 फॉरवर्ड एरिया कंट्रोल में की गई थी। उनकी उम्र तब मात्र 25 वर्ष थी।

Gunjan Saxena

Gunjan Saxena: कारगिल युद्ध में चीता हेलिकॉप्टर उड़ाने वाली गुंजन सक्सेना।

Kargil War 1999: महिला जवान का नाम हैं गुंजन सक्सेना (Gunjan Saxena)। 1999 में गुंजन की पोस्टिंग 132 फॉरवर्ड एरिया कंट्रोल में की गई थी। उनकी उम्र तब मात्र 25 वर्ष थी। वह पायलटों के दल में एकमात्र महिला थीं जो वॉर जोन में गईं थीं।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में कारगिल युद्ध (Kargil War) लड़ा गया था। इस युद्ध में पाकिस्तान को बुरी तरह से हार का मुंह देखना पड़ा था। जंग के मैदान में हमारे वीर सपूतों ने दुश्मनों को ऐसा सबक सिखाया था जिसे यादकर वह आज भी थर-थर कांप उठता होगा।

कारगिल युद्ध में सेना को लीड करने वाले कई अधिकारियों ने कई मौकों पर कहा है कि भारतीय वायुसेना के हवाई हमले से दुश्मन का मनोबल टूटा था। वायुसेना ने 32 हजार फीट की ऊंचाई से जम्मू कश्मीर के द्रास-कारगिल इलाके में टाइगर हिल पर एयर पावर का इस्तेमाल किया था। इन ऑपरेशन्स में एक महिला सैनिक का अहम योगदान रहा था।

Indian Army के जवानों को मिलती है बुलेटप्रूफ जैकेट, जानें इसकी खासियत

इस महिला जवान का नाम है गुंजन सक्सेना (Gunjan Saxena)। 1999 में गुंजन की पोस्टिंग 132 फॉरवर्ड एरिया कंट्रोल में की गई थी। उनकी उम्र तब मात्र 25 वर्ष थी। वह पायलटों के दल में एकमात्र महिला थीं जो वॉर जोन में गईं और युद्ध क्षेत्र में निडर होकर चीता हेलीकॉप्टर उड़ाया।

इस दौरान वह द्रास और बटालिक की ऊंची पहाड़ियों से जवानों को सुरक्षित वापस लेकर आई थीं। उनकी बहादुरी की मिसालें दी जाती हैं और उनके इस साहस पर बॉलीवुड में हाल में एक मूवी भी बनी है जिसमें उनकी पूरी कहानी को फिल्मी पर्दे पर उतारा गया है।

ये भी देखें-

बता दें कि इस युद्ध के दौरान अलग-अलग ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए मिग-27 और मिग-29, चीता हेलिकॉप्टर का भी इस्तेमाल किया गया। मिग-27 और मिग-29 के जरिए पाकिस्तान के कब्जे वाले इलाकों पर बम गिराए गए थे। इस दौरान कई ठिकानों पर आर-77 मिसाइलों से हमला किया गया था।

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें