1965 की जंग: द्वितीय विश्व युद्ध के बाद ये दूसरा सबसे बड़ा टैंक युद्ध था, पाकिस्तान हुआ था शर्मसार

War of 1965: पाक के पास पैटन टैंक थे जबकि भारत के पास पुराने। असल उत्तर की जंग में पाक के 97 टैंक नष्ट हुए जिनमें 72 पैटन थे। भारत के केवल 30 टैंक ही युद्ध में नष्ट हुए।

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War of 1965: पाकिस्तान के पास पैटन टैंक थे जबकि भारत के पास पुराने टैंक थे। असल में उत्तर की जंग में पाक के 97 टैंक नष्ट हुए जिनमें 72 पैटन टैंक थे। भारत के केवल 30 टैंक ही युद्ध में नष्ट हुए।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1965 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। इसे द्वितीय विश्व युद्ध के बाद दूसरा सबसे बड़ा टैंक युद्ध माना जाता है। इस युद्ध में भारत ने जीत हासिल की थी लेकिन पाकिस्तान भी जीत का दावा करता आया है। हालांकि पाकिस्तान हकीकत को जानता है कि इस युद्ध में उसे भारी नुकसान पहुंचा था।

इस युद्ध में भारतीय सेना ने टैंकों के दम पर दुश्मनों के हौसले पस्त कर दिए थे। पाकिस्तान के करीब 30 हजार सैनिक भारतीय सरजमीं पर घुस आए थे लेकिन टैंकों और सैनिकों की वीरता के दम पर सभी को वापस जाने पर मजबूर कर दिया गया। कई को तो मौत के घाट भी उतारा गया था।

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पाकिस्तान के पास पैटन टैंक थे जबकि भारत के पास पुराने टैंक थे। असल उत्तर की जंग में पाक के 97 टैंक नष्ट हुए जिनमें 72 पैटन टैंक थे। भारत के केवल 30 टैंक ही युद्ध में नष्ट हुए। इस जंग में  4 ग्रेनेडियर्स के जवानों ने पाकिस्तानी सेना को खदेड़ा था।

टैंक के ऊपर बरसी गोलियों से डरकर टैंक में बैठे हुए पाकिस्तानी फौजी घबरा गए थे। कई पाकिस्तानी सैनिक टैंक कपोला खोलकर भाग गए थे। 4 आरसीएल गन के साथ भारतीय वीर सैनिकों ने दुश्मनों के मंसूबों पर पानी फेर दिया था। हमें तोपखाने की मदद भी मिल रही थी। भारत ने पाकिस्तान के 1800 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर कब्जा किया। जबकि पाकिस्तान ने भारत के 550 वर्ग किलोमीटर पर कब्जा किया।

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