सर्वोच्च सैन्य सम्मान ‘परमवीर चक्र’ की पात्रता की शर्तें, जानें क्या एक सैनिक को यह दो बार मिल सकता है?

‘परमवीर चक्र’ (Param Vir Chakra) सर्वोच्च सैन्य सम्मान है। इसके लिए सेना ने कुछ शर्तें रखी हैं। जो जवान इन शर्तों को पूरा करता है उसे ही इससे नवाजा जाता है।

Param Vir Chakra

Param Vir Chakra

सेना का सर्वोच्च सैन्य सम्मान ‘परमवीर चक्र’ (Param Vir Chakra) है। इसके लिए सेना ने कुछ शर्तें रखी हैं। जो जवान इन शर्तों को पूरा करता है उसे ही इससे नवाजा जाता है।

सेना के जवान सरहद पर अपनी जान जोखिम में डालकर देश की रक्षा करते हैं। हर भारतवासी रात को चैन की नींद लें इसके लिए जवान रात में भी अलर्ट रहते हैं। सेना में शामिल होने के सीधा मतलब है देश सेवा।

हमारे जवानों ने कई मौकों पर दुश्मनों से लोहा लेते हुए देश की रक्षा की है। सेना के जवानों के बलिदान, शौर्य और प्रदर्शन के लिए उन्हें सैन्य सम्मान दिए जाते हैं।

‘परमवीर चक्र’ (Param Vir Chakra) सर्वोच्च सैन्य सम्मान है। इसके लिए सेना ने कुछ शर्तें रखी हैं। जो जवान इन शर्तों को पूरा करता है उसे ही इससे नवाजा जाता है।

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यह सम्मान ऐसे वीर योद्धाओं को दिया जाता है जो दुश्मन की उपस्थिति में जमीन पर, समुद्र में या हवा में अति विशिष्ट बहादुरी का प्रदर्शन करते हैं या दिलेरी दिखाते हैं अथवा उच्च कोटि के साहसिक कार्य को अंजाम देते हैं या आत्मबलिदान करते हैं। यह सम्मान मरणोपरांत भी दिया जा सकता है।

क्या एक जवान को ‘परमीवर चक्र’ दो बार मिल सकता है?

अगर इस चक्र को प्राप्त करने वाला कोई भी जवान दोबारा अभूतपूर्व बहादुरी का प्रदर्शन करता है, तो उसे एक बार फिर इस सम्मान के योग्य समझा जाने पर चक्र नहीं मिलता बल्कि पहले वाले चक्र के रिबन में एक पट्टी को जोड़ दिया जाता है। इसके साथ ही बहादुरी के ऐसे हर प्रदर्शन के लिए चक्र के साथ एक अतिरिक्त पट्टी जोड़ा जाता रहेगा। इस तरह से जवान को मरणोपरांत भी सम्मानित किया जा सकता है।

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