सेना में जवानों के बीच होता है कड़ा अनुशासन, हर वक्त रहना होता है अलर्ट

एक तरह सेना में दाखिल होने का सबसे पहला नियम और शर्त ही अनुशासन है। कहा जाता है कि जो अनुशासन में नहीं रह सकता वो सेना में भी नहीं रह सकता।

Indian Army

फाइल फोटो

Indian Army: एक तरह सेना में दाखिल होने का सबसे पहला नियम और शर्त ही अनुशासन है। कहा जाता है कि जो अनुशासन में नहीं रह सकता वो सेना में भी नहीं रह सकता।

भारतीय सेना के जवानों के बीच बेहद ही कड़े अनुशासन का पालन किया जाता है। जवानों को ट्रेनिंग के दिनों के दौरान ही यह सिखाया जाता है कि किस तरह ड्यूटी के दौरान अनुशासन में रहना है। जवानों को ट्रेनिंग के दौरान जो सख्त अनुशासन फॉलो करने के लिए कहा जाता है वह आजीवन निभाना पड़ता है।

अनुशासन तोड़ने पर जवानों के साथ हाईकमान द्वारा सख्ती से पेश आया जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि सेना में किसी भी तरह के अनुशासन का पालन न होने पर अन्य जवानों तक यह संदेश जाता है कि अनुशासन के बिना सेना में काम करना मुश्किल है।

एक तरह सेना में दाखिल होने का सबसे पहला नियम और शर्त ही अनुशासन है। कहा जाता है कि जो अनुशासन में नहीं रह सकता वो सेना में भी नहीं रह सकता। भारतीय सेना को वीरता, अनुशासन और साहस की अदम्य मिसाल माना जाता है।

भारतीय सेना के कारनामों ने हमेशा ही भारतीयों का सर गर्व से ऊंचा किया है जिसके पीछे कड़ा अनुशासन भी अहम वजह माना जाता है। सेना की तीनों ईकाईयों ने हमेशा ही अनुशासन का पालन किया है।

इसके लिए हर जवान को निराशाओं और घरेलू चिंताओं से मुक्त होने की आवश्यकता होती है। सेना में ट्रेनिंग के दौरान बताया जाता है कि चंचल मन वाला सैनिक सफल हो ही नहीं सकता। उसके लिए एकाग्रता बहुत जरूरी है।

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