पिनाका मार्क मिसाइल सिस्टम के पुराने वर्जन ने कारगिल में छुड़ाए थे पाक के पसीने, अब हमारे पास इसका लेटेस्ट मॉडल

इस मिसाइल के लेटेस्ट वर्जन के जरिए अगर सीमा से मिसाइल लॉन्च की जाए तो पाकिस्तान के कई शहर जद में आ जाएंगे। वहां तबाही का भारी मंजर देखने को मिलेगा।

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Kargil War 1999: पिनाका मिसाइल (Pinaka Missile) के लेटेस्ट वर्जन के जरिए अगर सीमा से मिसाइल लॉन्च की जाए तो पाकिस्तान के कई शहर जद में आ जाएंगे। वहां तबाही का भारी मंजर देखने को मिलेगा।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में कारगिल युद्ध (Kargil War) लड़ा गया था। इस युद्ध में पाकिस्तान को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था। पाकिस्तान को इतनी बुरी तरह हराया गया था कि जिसे सोचकर वह आज भी थर-थर कांप उठता होगा।

कारगिल युद्ध कई हजार फीट ऊंची पहाड़ियों पर लड़ा गया था। इस युद्ध में पिनाका मार्क मिसाइल (Pinaka Missile) सिस्टम ने पाकिस्तानी सेना के पसीने छूटा दिए थे। स्वदेशी तकनीक से निर्मित इस मिसाइल सिस्टम से पाकिस्तानी को भारी नुकसान पहुंचा था।

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इस सिस्टम के लेटेस्ट वर्जन से अब 44 सेकंड में 12 मिसाइल लॉन्च किए जा सकते हैं यानी करीब हर 4 सेकंड में एक मिसाइल। हालांकि, तब इससे ज्यादा टाइम लगता था लेकिन एक के बाद एक लगातार मिसाइल छोड़ने में यह सिस्टम तब भी कारगर था और आज भी है।

इस मिसाइल के लेटेस्ट वर्जन के जरिए अगर सीमा से मिसाइल लॉन्च की जाए तो पाकिस्तान के कई शहर जद में आ जाएंगे। वहां तबाही का भारी मंजर देखने को मिलेगा।

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1999 में कारगिल की पहाड़ियों पर दुश्मन को भेदने के लिए इस मिसाइल का इस्तेमाल कर सेना ने जीत हासिल की थी। पिनाका मिसाइल (Pinaka Missile) के लिए शुरुआती डेवलेपमेंट दिसंबर, 1986 में शुरू हुई थी। यह मिसाइल तब से भारतीय सेना के बेड़े में शामिल है और समय-समय पर अपडेट की जाती रही है।

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