राजौरी में पाकिस्तान की ओर से हुई फायरिंग में सूबेदार राजेश कुमार शहीद, परिजनों ने की ये अपील

पाक ने राजौरी में LoC के नजदीक सीजफायर तोड़ा। इस दौरान सूबेदार राजेश कुमार (Rajesh Kumar) गंभीर रूप से घायल हो गए। बाद में उन्होंने दम तोड़ दिया।

Rajesh Kumar

राजेश कुमार (Rajesh Kumar) के घर में उनकी पत्नी अनीता, 13 साल की बेटी रिया और 11 साल का बेटा जतिन हैं। बेटी आठवीं की छात्रा है और बेटा पांचवीं में पढ़ता है। राजेश के पिता राम चंद और माता रोशनी देवी भी बेटे की शहादत की खबर सुनकर बेसुध हैं।

जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में पाकिस्तान ने बुधवार को सुबह करीब 3.30 बजे गोलीबारी की। इस फायरिंग में भारतीय सेना के सूबेदार राजेश कुमार (Rajesh Kumar) शहीद हो गए। वह मूल रूप से पंजाब के मुकेरियां के गांव कलीचपुर कलोता के रहने वाले थे।

दरअसल पाक ने राजौरी के केरी सेक्टर में LoC के नजदीक सीजफायर तोड़ा। इस दौरान 41 साल के सूबेदार राजेश कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए। बाद में उन्होंने दम तोड़ दिया।

राजेश की शहादत की खबर जैसे ही उनके गांव पहुंची, पूरे गांव में मातम छा गया। राजेश के पिता राम चंद भी सेना से ही रिटायर हुए हैं। राजेश अपने माता-पिता के इकलौते पुत्र थे। उनकी तीन बहनें हैं।

राजेश के घर में उनकी पत्नी अनीता, 13 साल की बेटी रिया और 11 साल का बेटा जतिन हैं। बेटी आठवीं की छात्रा है और बेटा पांचवीं में पढ़ता है। राजेश के पिता राम चंद और माता रोशनी देवी भी बेटे की शहादत की खबर सुनकर बेसुध हैं।

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आज यानी गुरुवार को प्रशासन की उपस्थित में उन्हें अंतिम विदाई दी जानी है।

राजेश कुमार सेना में 1996 में भर्ती हुए थे। उनकी पहली पोस्टिंग आरटी 60 में उरी जम्मू-कश्मीर में हुई थी। इसके बाद उनकी तैनाती नासिक, राजस्थान और मुम्बई में हुई।

राजेश के परिवार का कहना है कि पाकिस्तान को उसकी हरकत का मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए।

पंजाब के मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह ने राजेश कुमार के बलिदान पर शोक जताया और उनके परिवार को 50 लाख रुपए की मदद और एक सदस्‍य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है।

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