War of 1965: युद्ध के ‘नायक’ थे सलीम क्लेब, दुश्मनों के 15 टैंक कर दिए थे तबाह

भारत और पाकिस्तान के बीच 1965 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। पाकिस्तानी सेना को हमारी सेना ने भगा-भगाकर मारा था। युद्ध में भारत ने जीत हासिल की थी। पाकिस्तान भारत को कमजोर समझ रहा था लेकिन यही भूल उसे भारी पड़ी थी।

War of 1965

फाइल फोटो।

War of 1965: पाकिस्तान के साथ इस युद्ध में हमारे एक वीर सपूत ने ऐसा पराक्रम दिखाया था जिसे आज भी याद किया जाता है और हमेशा याद किया जाता रहेगा।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1965 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। पाकिस्तानी सेना को हमारी सेना ने भगा-भगाकर मारा था। युद्ध में भारत ने जीत हासिल की थी। पाकिस्तान भारत को कमजोर समझ रहा था लेकिन यही भूल उसे भारी पड़ी थी।

आजादी के बाद इस युद्ध ने भारत और पाकिस्तान की दिशा और दशा को बदल कर रख दिया था। पाकिस्तान ने इस युद्ध के दौरान और बाद में अपनी कामयाबी का झूठा ढिंढोरा पीटा था, लेकिन असलियत दुनिया को अच्छे से पता है।

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पाकिस्तान के साथ इस युद्ध (War of 1965) में हमारे एक वीर सपूत ने ऐसा पराक्रम दिखाया था, जिसे आज भी याद किया जाता है और हमेशा याद किया जाता रहेगा। इस जवान का नाम सलीम क्लेब था। मेजर जनरल सलीम क्लेब ने जंग के मैदान में दुश्मनों को भारी नुकसान पहुंचाया था।

उन्हें 1965 के युद्ध में पाकिस्तानी सेना के 15 टैंकों को नष्ट करने और 9 टैंकों को पकड़ने के लिए  सैन्य सम्मान ‘महावीर चक्र’ से भी सम्मानित किया गया था। बता दें कि सैनिकों को कुल पांच तरह के चक्र दिए जाते हैं, जिसमें से एक महावीर चक्र भी है। उन्होंने जंग के मैदान में कई चुनौतियों के बावजूद हौसला नहीं खोया था।

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दुश्मनों को ज्यादा से ज्यादा नुकसान हो इसके लिए उन्होंने रणनीति के तहत काम किया था। नतीजन पाकिस्तान की सेना को भारी नुकसान पहुंचा और वह जंग के मैदान में बुरी तरह से हार कर अपने वतन वापस लौटी थी। सलीम क्लेब का निधन साल 2014 में हुआ था।

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