
Martyr Ashwini Kachhi
पुलवामा में CRPF जवानों पर हुए आतंकी हमले (Pulwama Attack) में जबलपुर के खुडावल गांव के जवान अश्विनी काछी (Martyr Ashwini Kachhi) भी शामिल थे। जम्मू-कश्मीर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित पुलवामा में CRPF जवानों को लेकर जा रही बस पर 14 फरवरी, 2019 को फिदायीन हमला हुआ था। उस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे।

पुलवामा में CRPF जवानों पर हुए आतंकी हमले (Pulwama Attack) में जबलपुर के खुडावल गांव के जवान अश्विनी काछी (Martyr Ashwini Kachhi) भी शामिल थे। जम्मू-कश्मीर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित पुलवामा में CRPF जवानों को लेकर जा रही बस पर 14 फरवरी, 2019 को फिदायीन हमला हुआ था। उस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे।
वह पल जब हिम्मत हार गए थे अश्विनी
अश्विनी (Martyr Ashwini Kachhi) के पिता के मुताबिक, सेना में भर्ती होने के लिए वो कड़ी मेहनत करता था। एक बार वो मेडिकल फिटनेस टेस्ट में फेल हो गया था। एक पल ऐसा भी आया जब अश्विनी हिम्मत हार गया था। लेकिन उन्होंने अश्विनी को कभी न हारने की सलाह दी। इसके बाद अपनी मेहनत के दम पर 2017 में वह सेना में भर्ती हो गया। पिता कहते हैं कि उनका बेटा भले ही उनसे बिछड़ गया लेकिन वो जो इज्जत दे गया वो कोई और नहीं दे सकता। शहीद अश्विनी (Martyr Ashwini Kachhi) के पिता सुकरू काछी कहते हैं कि अश्विनी के जाने की का दर्द कभी खत्म नहीं हो सकता।
घर के मंदिर में पूजे जाते हैं शहीद अश्विनी
अश्विनी के घर में अब एक छोटा सा मंदिर है। वहां भगवान नहीं विराजे बल्कि खुद अश्विनी इस मंदिर में पूजे जाते हैं। घर की बच्चियों ने शहीद अश्विनी की याद मे इस मंदिर में वो तमाम चीजें सहेज कर रखी हैं जिनसे अश्विनी की यादें जुड़ी हुई हैं। शहीद अश्विनी (Martyr Ashwini Kachhi) की वर्दी और जिस तिरंगे में लिपटकर उनका पार्थिव शरीर खुड़ावल आया था, वो भी इस मंदिर में रखा गया है।
पढ़ें: शहीद की बेटी कहती है-“मुझे पापा वाली बंदूक चलानी है”
गरीब परिवार का एक मात्र सहारा थे अश्विनी, इसी साल होने वाली थी शादी
Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App