छत्तीसगढ़: बीजापुर नक्सली हमले में कर्नाटक का जवान शहीद

जल्द ही घर आने वाले थे महादेव पाटिल, पर नियति को कुछ और ही मंजूर था।

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कर्नाटक शहीद महादेव पाटिल

छत्तीसगढ़ के बीजापुर में 28 जून को नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में कर्नाटक के महादेव पाटिल भी शहीद हुए हैं। वे सीआरपीएफ में एएसआई के पद पर तैनात थे। घर पर एक समारोह था जिसमें शामिल होने के लिए शहीद महादेव पाटिल ने 10 दिन की छुट्टी ली थी। बेटे ने कहा कि पापा घर आने वाले थे, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। पिता को याद करता हुए उनके बेटे ने कहा कि मैंने घटना से ठीक एक दिन पहले मैंने आखिरी बार पापा से बात की थी। उन्होंने कहा था कि वह जल्द ही घर आने वाले है। इस हमले में केरल के इडुक्की जिले के वेल्लायमकुड़ी के रहने वाले जवान प्रधान आरक्षक सजु ओपी भी शहीद हो गए। गौरतलब है कि बीजापुर के भैरमगढ़ थाना क्षेत्र के केशकुतूल में 28 जून की सुबह एरिया डोमिनेशन पर निकले सीआरपीएफ की 199वीं बटालियन के जवानों पर घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने हमला कर दिया था।

नक्सलियों ने एंबुश लगाकर जवानों पर हमला किया था। मिली जानकारी के मुताबिक जिले के भैरमगढ़ थाना क्षेत्र के केशकुतूल में पुलिस की नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में एक ग्रामीण महिला की मौत होने और एक स्कूली छात्रा के घायल होने की भी सूचना है। जानकारी के मुताबिक, सुरक्षाबल के जवान इलाके में एरिया डॉमिनेशन पर निकले थे। इसी दौरान वे माओवादियों के एंबुश में फंस गए। इससे पहले 27 जून को सुकमा में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। पुलिस और नक्सलियों के बीच सुकमा के जंगल में हुई इस मुड़भेड़ में एक इनामी नक्सली ढेर हो गया था। सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ स्थल से हथियार सहित मारे गए नक्सली का शव बरामद किया।

27 जून की सुबह सुरक्षा बलों की टीम सर्चिंग के लिए निकली थी। इसी बीच मुरलीगुड़ा व अटकल गांव के बीच जंगल मे नक्सलियों से मुठभेड़ हो गई। 15 से 20 मिनट चली मुठभेड़ के बाद दूसरी ओर से गोलियां चलनी बंद हो गईं और नक्सली भाग खड़े हुए। इलाके की सर्चिंग करने पर वहां एक नक्सली का शव बरामद हुआ। इसके साथ ही भरमार बंदूक सहित भारी मात्रा में नक्सल सामाग्री भी बरामद की गई। मारे गए नक्सली की पहचान वंजाम बुधु नीलामड़गु के रूप में हुई है जो आरपीसी इंचार्ज और जन मिलिशिया कमांडर के पद पर था। इसके सिर पर लाख रूपए का इनाम घोषित था।

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