कारगिल जैसा युद्ध दोबारा न हो इसके लिए अलर्ट रहते हैं जवान, खराब मौसम में भी चौकियों को नहीं छोड़ते

Kargil War: सैनिक पाकिस्तानी घुसपैठिओं पर कड़ी नजर रखते हैं। घुसपैठ करने वालों को चेतावनी दी जाती है। चेतावनी को नजरअंदाज करने पर गोली से उड़ा दिया जाता है।

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Kargil War: हमारे सैनिक पाकिस्तानी घुसपैठिओं पर कड़ी नजर रखते हैं। घुसपैठ करने वालों को चेतावनी दी जाती है। चेतावनी को नजरअंदाज करने पर गोली से उड़ा दिया जाता है।

भारतीय सेना (Indian Army) के जवान किसी भी चुनौती का सामना कर देश की रक्षा करने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। भारतीय वीर सपूत दिन रात कड़ी मेहनत कर खतरों से खेलते हैं ताकि हर भारतीय सुकून की नींद ले सके। भारतीय सेना ने 1999 में कारगिल युद्ध (Kargil War) लड़ा था।

इस युद्ध से पहले पाकिस्तानी सेना ने सर्दियों के मौसम में धोखे से कारगिल के सामरिक रूप से महत्वपूर्ण पोस्टों पर कब्जा कर लिया था। इसके बाद दोनों देशों के बीच युद्ध छिड़ गया। पाकिस्तान को इस युद्ध में हार का सामना करना पड़ा था।

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इस युद्ध को हुए 22 साल बीत चुके हैं लेकिन कारगिल जैसा युद्ध दोबारा न हो इसके लिए हमारे जवान कश्मीर में गुरेज से लेकर लद्दाख में करगिल तक एलओसी पर कठिन हालातों के बीच भी दिन रात अलर्ट रहते हैं।

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यहां सैनिक पाकिस्तानी घुसपैठिओं पर कड़ी नजर रखते हैं। घुसपैठ करने वालों को चेतावनी दी जाती है। चेतावनी को नजरअंदाज करने पर गोली से उड़ा दिया जाता है। हमारे जवान इन इलाकों में खराब मौसम में भी चौकियों को नहीं छोड़ते क्योंकि पाकिस्तानी दुश्मन हर समय घुसपैठ की फिराक में रहते हैं।

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