Kargil War 1999
Kargil War 1999: अमेरिका अपने पत्ते कभी भी पूरी तरह से नहीं खोलता क्योंकि वह विश्व में अपना वर्चस्व बनाता रहा है और इसे कायम करता रहा है।
भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में कारगिल युद्ध (Kargil War 1999) लड़ा गया था। इस युद्ध में पाकिस्तान को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था। पाकिस्तान को हराकर हमारे वीर सपूतों ने दिखा दिया था कि वह कितने ताकतवर है। देश की शान बढ़ाने के लिए हमारे जवानों का हर देशवासी हमेशा आभारी रहेगा।
इस युद्ध में इंडियन आर्मी की ताकत तो देखने को मिली ही साथ ही यह सीख भी मिली कि अमेरिका पर भारत को ज्यादा भरोसा नहीं करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि अमेरिका अपनी कूटनीतिक जरूरत के हिसाब से पाला बदलता रहता है। वह अपने पत्ते कभी भी पूरी तरह से नहीं खोलता क्योंकि वह विश्व में अपना वर्चस्व बनाता रहा है और इसे कायम करता रहा है।
1971 तक ये 4 गांव थे पाकिस्तान का हिस्सा, युद्ध के दौरान आए भारत के कब्जे में
कारगिल युद्ध (Kargil War 1999) के दौरान भारत चाहता था कि अमेरिका अपने सैटेलाइट्स की मदद से भारतीय सेना को पाकिस्तानी सेना के ठिकानों की सही जानकारी बता दे। लेकिन अमेरिका ने इससे इनकार कर दिया था।
पाकिस्तान को इस युद्ध में बुरी हार का सामना तो करना ही पड़ा था लेकिन साथ ही साथ अमेरिका ने भी उसका साथ देने से साफ इनकार कर दिया था। पाकिस्तान की इंटरनेशनल लेवल पर बुरी तरह से बेइज्जती हुई थी।
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अमेरिका से भी उसने गुहार लगाई, लेकिन तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने दो टूक कह दिया कि पहले अपनी सेना को कारगिल के साामरिक रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्रों से वापस बुलाओ, उसके बाद ही बात होगी।
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