Kargil War 1999: मिराज-2000 की भीषण बमबारी से थर-थर कांप उठी थी पाकिस्तानी सेना

Kargil War 1999: 16,700 फीट ऊंची टाइगर हिल पर कब्जा करने की कोशिश में ही यह हमले किए गए थे। यह पहला मौका था जब इतनी ऊंचाई पर इस तरह के हथियार का इस्तेमाल हुआ था।

Kargil War 1999

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Kargil War 1999: 16,700 फीट ऊंची टाइगर हिल पर कब्जा करने की कोशिश में ही यह हमले किए गए थे। यह पहला मौका था जब इतनी ऊंचाई पर इस तरह के हथियार का इस्तेमाल हुआ था।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में आखिरी युद्ध (Kargil War 1999) लड़ा गया था। इस युद्ध में भी पाकिस्तान को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था। पाकिस्तान को हराकर भारत ने विश्व में अपनी साख एकबार फिर से मजबूत कर ली थी।

इस युद्ध (Kargil War 1999) के दौरान मिराज-2000 की भीषण बमबारी से पाकिस्तान को काफी नुकसान झेलना पड़ा था। मिराज-2000 की भीषण बमबारी जब शुरू होती थी तो पाकिस्तानी सेना थर-थर कांप उठती थी।

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3 जुलाई से पहले मिराज-2000 विमानों ने ‘पेव वे लेजर गाइडेड’ बम गिरा कर पाकिस्तानी बंकरों को ध्वस्त किया था। 16,700 फीट ऊंची टाइगर हिल पर कब्जा करने की कोशिश में ही यह हमले किए गए थे।

यह पहला मौका था जब इतनी ऊंचाई पर इस तरह के हथियार का इस्तेमाल हुआ था। 3 जुलाई के हमले से पहले भारतीय तोपों की 100 बैट्रियों ने के जरिए भी एक साथ टाइगर हिल पर गोले बरसाए गए थे।

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टाइगर हिल सामरिक रूप से बेहद ही महत्वपूर्ण जगह थी ऐसे में मिराज-2000 जैसे घातक हथियारों का यहां इस्तेमाल हुआ था ताकि दुश्मन किसी भी तरह से हम पर हावी न हो सके। टाइगर हिल फतह का सीधा मतलब था युद्ध को जीत लेना। अंत में ऐसा हुआ भी भारतीय सेना ने इस चोटी पर कब्जा कर लिया था।

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