बहन ने ओढ़नी फाड़ शहीद भाई के हाथ पर बांधी राखी, 10 साल के बेटे ने दी मुखाग्नि

जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के पुंछ जिले के दिगवार सेक्टर में 8 फरवरी की देर रात पाकिस्तानी गोलाबारी में भारतीय सेना (Indian Army) 5 राजपूत रेजिमेंट के तीन जवान घायल हो गए थे।

Martyr Rajiv Singh Shekhawat

Martyr Rajiv Singh Shekhawat

जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के पुंछ जिले के दिगवार सेक्टर में 8 फरवरी की देर रात पाकिस्तानी गोलाबारी में भारतीय सेना (Indian Army) 5 राजपूत रेजिमेंट के तीन जवान घायल हो गए थे। जिसमें एक जवान ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। यह जवान जयपुर के लुहाकना खुर्द का लाल नायक राजीव सिंह शेखावत (Martyr Rajiv Singh Shekhawat) थे।

Martyr Rajiv Singh Shekhawat
शहीद के बेटे और पिता को ढाढ़स बंधाते बीजेपी नेता और सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़।

राजीव (Martyr Rajiv Singh Shekhawat) पाकिस्तान की ओर से की गई गोलाबारी में शहीद हो गए। 9 फरवरी को जवान के शहीद होने की खबर पाते ही घर में कोहराम मच गया। तिरंगे में लिपटा शहीद राजीव का पार्थिव शरीर 10 फरवरी को जैसे ही लुहाकना खुर्द गांव में पहुंचा तो हर किसी की आंखें नम हो गईं। लोगों ने इस दौरान देशभक्ति के नारे लगाए।

राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार

शहीद (Martyr Rajiv Singh Shekhawat) की अंतिम यात्रा में हजारों की संख्या में लोग उमड़े थे। प्रागपुरा पुलिस थाने से पैतृक ग्राम लुहाकना खुर्द तक करीब 15 किलोमीटर तक लोग बाइक और पैदल चलते रहे। इस दौरान राजीव सिंह अमर रहे, भारत माता की जय, वन्देमातरम के नारे लग रहे थे। शहीद राजीव सिंह का 10 फरवरी को उनके पैतृक गांव जयपुर के लुहाकना खुर्द में राजकीय सम्मान के साथ हजारों लोगों की मौजूदगी में अंतिम संस्कार किया गया।

बहन ने ओढ़नी फाड़ शहीद भाई के हाथ पर बांधी राखी

राजीव को उनके इकलौते बेटे 10 साल के अधिराज सिंह ने मुखाग्नि दी। अधिराज ने कहा कि मेरे पिता को मारने वाले पाकिस्तान को सेना में भर्ती होकर सबक सिखाऊंगा। इस दौरान शहीद की बहन सीमा ने अपने शहीद भाई की कलाई पर राखी बांधने की इच्छा जताई। बहन सीमा ने अपनी ओढ़नी का हिस्सा फाड़कर शहीद भाई की कलाई पर राखी बांधी। यह बेहद ही भावुक कर देने वाला पल था।

अगले साल होनेवाले थे रिटायर्ड

शहीद राजीव सिंह (Martyr Rajiv Singh Shekhawat) 2002 आर्मी में भर्ती हुए थे। फिलहाल वे सेना के 5 राजपूत ग्रुप में नायक के पद पर तैनात थे। राजीव अभी दिसम्बर में ही छुट्टी पर घर आए थे। आठ जनवरी को ड्यूटी पर वापस लौट गए थे। वे देगवार सेक्टर में एक अग्रिम चौकी में तैनात थे। अगले साल ही उनका रिटायरमेंट था। राजीव जनवरी में ही श्रीगंगानगर से जम्मू-कश्मीर में पदस्थापित हुए थे। शहीद राजीव अपने पिता के इकलौते बेटे थे।

मुख्यमंत्री गहलोत ने ट्वीट कर जताई संवेदना

बीजेपी नेता और सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ भी उस सैन्य वाहन के चल रहे थे जिसमें शहीद की पार्थिव शरीर था। इसके अलावा कई अन्य नेता भी मौजूद थे। कई जगहों पर शहीद के सम्मान में युवाओं ने फूल भी बरसाए। कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और विराटनगर विधायक ने राजीवसिंह को याद करते हुए उनकी शहादत को नमन किया। उन्होंने कहा कि शहीद ही शहादत खाली नहीं जाएगी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि मैं वीर राजीव सिंह को देश के लिए अपनी शहादत को सलाम करता हूं। इस घड़ी हम सब शहीद के परिवार के साथ हैं।

गौरतलब है कि 8 फरवरी की शाम पाकिस्तानी सेना की तरफ दिगवार सेक्टर में भारतीय सेना की चोकियों और ग्रामीण क्षेत्रों को निशाना बना कर गोलाबारी शुरू की गई थी। जिस दौरान भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी सेना की चार चौकियां तबाह हो गई थी और कई जवान मारे गए थे। पर अफसोस की इस गोलीबारी में राजीव सिंह शहीद हो गए।

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