भारतीय सेना से जुड़ी ऐसी जबरदस्त बातें जो आप शायद ही जानते हों…

भारतीय सेना (Indian Army) का शौर्य हम सभी जानते हैं। दुश्मन तो हमारी सेना के पराक्रम को अच्छी तरह जानता है। आज जानते हैं भारतीय सेना से जुड़ी ऐसी जबरदस्त बातें जो आपको शायद ही पता हों…

Indian Army

सांकेतिक तस्वीर

भारतीय सेना (Indian Army) से जुड़ी कई ऐसी बातें हैं जो उन्हें दुनिया में सबसे अलग करती है। भारतीय जवानों को ऊंचे-ऊंचे पहाड़ों पर लड़ने की महारत हासिल है।

भारतीय सेना (Indian Army) का शौर्य हम सभी जानते हैं। दुश्मन तो हमारी सेना के पराक्रम को अच्छी तरह जानता है। आज जानते हैं भारतीय सेना से जुड़ी ऐसी जबरदस्त बातें जो आपको शायद ही पता हों-

1. कारगिल युद्ध (Kargil War)  में पाकिस्तान को कड़ी हार मिली थी। यह एक ऐसा युद्ध था जो दुनिया के सबसे ऊंचे क्षेत्रों में लड़ा गया था। हमारे 527 जवान इसमें शहीद हुए थे, जबकि 1363 घायल हुए थे। युद्ध में जीत का जिम्मा करीब दो लाख जवानों के कंधों पर था। करगिल-द्रास सेक्टर युद्ध के सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में से एक था। यह जगह कितनी महत्वपूर्ण थी इसका अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि यहां करीब 30 हजार सैनिकों की मौजूदगी थी।

2. भारत में कई तरह की प्राकृतिक विविधता हैं जो कि हमारे जवानों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं। प्राकृतिक विविधता की बात हो तो सियाचिन ग्लेशियर का नाम सबसे ऊपर होता है। सियाचिन में भी हमारे सैनिक दिन रात जुट रहते हैं। सियाचिन दुनिया के सबसे ऊंचे रणक्षेत्र में से एक है, सियाचिन ग्लेशियर 20 हजार फुट की ऊंचाई पर है।

सियाचिन में ठंड में तापमान शून्य से 50 डिग्री सेल्सियस तक नीचे पहुंच जाता है। ऑक्सीजन की कमी होने की वजह से इस इलाके में जवानों को काफी धीमे-धीमे चलना पड़ता है। पेट्रोलिंग के दौरान कमर में रस्सी बांधी जाती है क्योंकि बर्फ कहां धंस जाए इसका पता नहीं रहता। पिछले 30 साल में हमारे 846 जवानों ने इस इलाके में प्राकृतिक चुनौतियों के चलते प्राणों की आहुति दी है।

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3. कारगिल युद्ध की बिसात पाकिस्तान ने काफी पहले से ही बिछानी शुरू कर दी थी। युद्ध से पहले पाकिस्तानी घुसपैठियों को हमारी सेना ने पकड़ा था। घुसपैठियों को पकड़ने के बाद इनके पास पाकिस्तानी पहचान पत्र मिले थे। इससे साफ हो गया था कि पाकिस्तान हमारे खिलाफ बड़ी साजिश कर रहा है। सेना ने इसके बाद घुसपैठ में पाकिस्तानी सेना के शामिल होने की बात खुलकर कही और पाकिस्तानी सेना के 3 जवानों से जुड़े डॉक्युमेंट रिलीज किए थे।

4. कारगिल युद्ध में भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तानी सेना को मिग-27 और मिग-29 लड़ाकू विमानों के जरिए भारी नुकसान पहुंचाया था। जिन इलाकों में पाकिस्तान सेना ने धोखे से कब्जा कर लिया था वहां पर इनके जरिए बम गिराए गए थे। कई ठिकानों पर आर-77 मिसाइलें दागी गई थीं।

5. कारगिल युद्ध होने के पीछे सबसे बड़ी वजह पाकिस्तान का धोखा माना जाता है। दरअसल शिमला समझौते के तहत भारत और पाकिस्तान के बीच 1972 में एग्रीमेंट हुआ था। समझौते के तहत यह फिक्सड था कि सर्दियों में दोनों ही देशों के सैन्य बल पीछे हटा जाएंगे। कई सालों से ऐसा चला आ रहा था लेकिन 1999 की सर्दियों में ऐसा नहीं हुआ। पाकिस्तान ने धोखे से भारत की 400 पोस्ट पर कब्जा जमा लिया था। इसका बदला लेने के लिए भारतीय सैनिकों ने करीब 2 महीने तक अलग-अलग ऑपरेशन लॉन्च कर दुश्मन को धूल चटाई थी।

6. कारगिल युद्ध से पहले पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों को छिपा रहा था। वह शुरुआत में कारगिल सेक्टर में किए गए जबरन कब्जे के पीछे पाकिस्तान सेना के कब्जे की बात से मना कर रहा था। पाक का कहना था कि इसके पीछे आजाद कश्मीरी विद्रोहियों का हाथ है। हालांकि बाद में जख्मी पाकिस्तानी सैनिकों के पास से मिले दस्तावेज से इस जंग में पाक पैरामिलिट्री फोर्सेज के शामिल होने की बात सामने आई।

7. भारतीय सेना से जुड़ी कई ऐसी बातें हैं जो उन्हें दुनिया में सबसे अलग करती है। भारतीय जवानों को ऊंचे-ऊंचे पहाड़ों पर लड़ने की महारत हासिल है। सेना ने अपने कई साल के अनुभव से खुद को पहाड़ों के लिए तैयार किया है। इसका अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि भारतीय सेना की ओर से हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल दुनियाभर के सैनिकों को ट्रैनिंग देता है। समुद्र की सतह से 10000 फीट की ऊंचाई पर 1948 में कश्मीर के गुलमर्ग में इसे स्‍थापित किया गया था। सेना का हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल स्कूल आज दुनिया के बेहतरीन स्‍कूलों में गिना जाता है।

8. 11 मई, 1998 की तारीख भारत के इतिहास के पन्नों में दर्ज है। यह तारीख हर देशवासी के साथ-साथ सेनाओं के लिए भी काफी मायने रखती है। दरअसल इसी दिन राजस्थान के पोखरण में तीन बमों का सफल परीक्षण किया गया था। इस परीक्षण के सफल होने के साथ ही भारत भी न्यूक्लियर स्टेट बन गया। ये परीक्षण देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अगुवाई में हुआ था। इन परीक्षणों के बाद दुनिया ने भारत की ताकत देखी थी। 

9. भारत-पाकिस्तान के बीच 1971 के युद्ध में लोंगेवाला की लड़ाई काफी मायने रखती है। खासबात यह थी कि मात्र 120 जवानों ने पाकिस्तान के 2000 सैनिकों को धूल चटा दी थी। लोंगेवाला पोस्‍ट पर तैनात 120 भारतीय सैनिकों ने 40-45 टैंकों के साथ आए 2000 पाकिस्‍तानी सैनिकों को छठी का दूध याद दिला दिया था। हमारी सेना के पास उस समय एक जीप थी और पाकिस्तानी सेना के पास करीब 2000 टैंक थे।इस लड़ाई में सिर्फ दो ही भारतीय सैनिक शहीद हुए थे जबकि पाकिस्तान को कई गुना ज्यादा नुकसान झेलना पड़ा था। इसी लड़ाई पर सनी दयोल की फिल्म बॉर्डर बनी थी।

10. भारतीय सेना (Indian Army) से जुड़े कई ऐसे रोचक तथ्य हैं जिन्हें जानकार आप हैरान जरूर होंगे। क्या आपको पता है कि भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में लड़े गए युद्ध में पाक के 93 हजारों सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया था। इसे दुनिया का अबतक का सबसे बड़ा सैन्य आत्मसमर्पण कहा जाता है।

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