सेना के जवानों को मिलती है जमीन पर रेंगकर चलने की ट्रेनिंग, आपात स्थिति में बेहद काम आती है ये टेक्निक

भारतीय सेना (Indian Army) दुनिया की सबसे घातक सेनाओं में से एक है। किसी भी सेना को ताकतवर तभी माना जाता है जब उसके पास बेहतरीन हथियार और बहादुर सैनिक हों। भारतीय सेना इन दोनों ही मामलों में अग्रणी है।

Indian Army Training

रेंगकर चलता इंडियन आर्मी का एक जवान।

Indian Army Training: ट्रेनिंग के दौरान जवानों को कई मीटर तक रेंगते हुए चलना होता है। इस दौरान जवानों के कंधे बुरी तरह जख्मी हो जाते हैं। जवानों को कुछ मिनट तक अपने पेट के सहारे रेंगना होता है।

भारतीय सेना (Indian Army) दुनिया की सबसे घातक सेनाओं में से एक है। किसी भी सेना को ताकतवर तभी माना जाता है जब उसके पास बेहतरीन हथियार और बहादुर सैनिक हों। भारतीय सेना इन दोनों ही मामलों में अग्रणी है। सेना के पास दुनिया के बेहतरीन हथियार हैं और जवान तो बलिदान और शौर्य के लिए ही विख्यात हैं। भारत मां की रक्षा के लिए सैनिक हर चुनौती का सामना करने के लिए तैयार रहते हैं।

जवानों को ट्रेनिंग के दौरान कई तरह की टेक्निक बताई और सिखाई जाती है। ये वे टेक्निक होती हैं जिनका इस्तेमाल हमारे जवान विपरीत परिस्थितियों में करते हैं। जवानों को जमीन पर रेंगकर चलने की ट्रेनिंग भी दी जाती है। इस टेक्निक का फायदा यह होता है कि दुश्मन की नजर से आसानी से बचा जा सकता है।

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ट्रेनिंग (Indian Army Training) के दौरान जवानों को कई मीटर तक रेंगते हुए चलना होता है। इस दौरान जवानों के कंधे बुरी तरह जख्मी हो जाते हैं। जवानों को कुछ मिनट तक अपने पेट के सहारे रेंगना होता है और इस दौरान वो ज्यादा देर के लिए भी रूक नहीं सकते हैं। जवानों को कुछ इस तरह की ट्रेनिंग भी दी जाती है जिसमें उनके दर्द सहने की क्षमता को बढ़ाया जा सके। जवानों को स्टेमिना बढ़ाने वाली ट्रेनिंग दी जाती है।

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यही वजह है कि भारतीय सेना के जवान बेहद ही फिट और फुर्तीले होते हैं। जवानों को इस तरह से ट्रेनिंग दी जाती है कि वे विपरीत परिस्थितियों में खुद को ढाल सकें। इंडियन आर्मी की ट्रेनिंग (Indian Army Training) बेहद ही कड़ी और अनुशासन से भरी होती है।

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