Kargil War: सेना के बलिदान ने हर भारतवासी का सीना किया गर्व से चौड़ा, इतनी आसान नहीं थी ये जीत

भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में लड़े गए कारगिल युद्ध (Kargil War) में भारतीय सेना (Indian Army) ने हर मोर्चे पर दुश्मनों को विफल किया था। इस युद्ध में पाकिस्तान को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था।

Indian Army

भारतीय थल सेना (Indian Army) (फाइल फोटो)

Kargil War: युद्ध में भारतीय सेना (Indian Army) के 527 जवानों ने शहादत दी थी। करीब 1,300 जवान घायल हुए थे। पाकिस्तान को हराने के लिए हमारे जवान किसी भी हद तक गुजरने को तैयार थे।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में लड़े गए कारगिल युद्ध (Kargil War) में भारतीय सेना (Indian Army) ने हर मोर्चे पर दुश्मनों को विफल किया था। इस युद्ध में पाकिस्तान (Pakistan) को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था। पाकिस्तान को हराकर ही हमारे वीर सपूतों ने दम लिया था।

युद्ध में भारतीय सेना (Indian Army) के 527 जवानों ने शहादत थी। करीब 1,300 जवान घायल हुए थे। पाकिस्तान को हराने के लिए हमारे जवान किसी भी हद तक गुजरने को तैयार थे। पाकिस्तान को एक पल भी यह अहसास नहीं होने दिया गया कि वो जीत जाएगा।

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लेकिन, यह जीत हमें भी इतनी आसानी से नहीं मिली, बल्कि हजारों सैनिकों के तप के बाद ही यह सफलता हासिल हुई थी। हमारे सैनिक कारगिल की ऊंची पहाड़ियों पर दुश्मनों से मुकाबला करते थे। कई-कई किलोमीटर भूखे-प्यासे चलकर दुश्मनों के ठिकाने पर पहुंचते थे।

दुश्मन को भनक लगती, तो फायरिंग शुरू हो जाती थी। सेना के कुछ जवान तो भनक लगने के बाद हुई फायरिंग में ही शहीद हो गए थे, तो कई घायल भी हुए।

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पाकिस्तान ने कारगिल की जिन सामरिक रूप से महत्वपूर्ण पहाड़ियों पर कब्जा किया था, उन्हें सेना द्वारा खाली करवाया गया था। युद्ध की शुरुआत में पाकिस्तानी सैनिकों के साथ-साथ आतंकवादियों ने भी कश्मीर में अशांति फैलाने के मकसद से दस्तक दी थी।

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