…जब भारतीय सरजमीं में बंदूकों के साथ घातक हथियार लेकर पहुंचे चीनी सैनिक

भारत और चीन के बीच इस साल 15 जून की आधी रात को हिंसक झड़प हुई। चीन ने भारतीय सैनिकों पर धोखे से हमला किया था। भारतीय सरजमीं में घुसकर चीन ने हमारे सैनिकों पर हमला बोल दिया था। इस हमले में भारतीय सेना (Indian Army) के 20 जवान शहीद हो गए थे।

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फाइल फोटो

India China Face Off: भारतीय सरजमीं में घुसकर चीन ने धोखे से हमारे सैनिकों पर हमला बोल दिया था। इस हमले में भारतीय सेना (Indian Army) के 20 जवान शहीद हो गए थे।

भारत और चीन के बीच इस साल 15 जून की आधी रात को खूनी झड़प हुई। चीन ने भारतीय सैनिकों पर धोखे से हमला किया था। भारतीय सरजमीं में घुसकर चीन ने हमारे सैनिकों पर धोखे से हमला बोल दिया था। इस हमले में भारतीय सेना (Indian Army) के 20 जवान शहीद हो गए थे।

भारतीय सेना (Indian Army) ने भी पलटवार किया। इस झड़प में चीन के कितने सैनिक मारे गए आजतक दुश्मन देश ने इसका खुलासा नहीं किया है। इस झड़प के बाद सामने यह बात सामने आई कि चीनी सैनिक बंदूकों के साथ घातक हथियार लेकर आए थे।

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भारतीय सेना (Indian Army) के मुताबिक, चीन के सैनिकों ने कील लगे लोहे की रॉड से हमला किया। भारतीय जवानों के पास हथियार थे लेकिन चीन से समझौते के तहत उन्होंने हथियार का इस्तेमाल नहीं किया।

वहीं, 7 सितंबर को चीनी सैनिक Guandao हथियार लेकर आए थे। इसमें करीब 5 फीट लंबे डंडे के एक छोर पर डेढ़ फीट की धारदार तलवार लगी होती है। इस हथियार का वजन 10 किलोग्राम से भी कम होता है। इस हथियार को आप तलवार और भाले का मिला-जुला रूप कह सकते हैं।

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चीनी सैनिक इसके साथ ही बेस बैट के आकार की लकड़ी पर कंटीले तार लगाकर लाए थे। बताया जाता है कि चीनी सैनिकों ने हर उस हथियार का इस्तेमाल किया, जिससे भारतीय सैनिकों को भारी नुकसान पहुंच सके। बता दें कि लद्दाख में पेंगोंग झील के दोनों तरफ भारत अपना दबदबा बना चुका है, यह बात चीनी सेना हजम नहीं कर पा रही है। इसलिए बौखलाहट में वे ऐसे कदम उठाते हैं।

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