एके-47 और एके-56 जैसी अत्याधुनिक राइफलें।
अत्याधुनिक राइफलें एके-47 और एके-56 भी सेना ने जब्त कर ली थी। ग्रेनेड लॉन्चर और कई अन्य साजो-सामान भी बरामद किए गए थे।
कारिगल युद्ध 1999 में भारत और पाकिस्तान के बीच लड़ा गया था। इस युद्ध में भारत ने पाकिस्तानी सैनिकों को भगा-भगाकर मारा था। दुश्मन कब्जा करने के इरादे से कारगिल के सामरिक रूप से महत्वपूर्ण इलाकों में कब्जा कर बैठे थे लेकिन सेना ने उन्हें वहां से खदेड़ दिया था। युद्ध में न सिर्फ भारत ने जीत हासिल की बल्कि पाक के हथियारों को भी जब्त कर लिया था।
जंग के दौरान पाकिस्तान की ओर से इस्तेमाल किए गए कुछ हथियारों और गोला-बारूद को कब्जे में लिया था वे सभी जम्मू-कश्मीर के लेह स्थित हॉल ऑफ फेम म्यूजियम में रखे गए हैं। ये वह जगह है जहां भारतीय जवानों की याद में शौर्य स्थल भी बनाया गया है।
जब्त हथियारों में 7.62 एमएम एमजी 1ए गन मशीन शामिल हैं। इसके अलावा द्रास सेक्टर में पाक सैनिकों ने रॉकेट लॉन्चर (आरपीजी 7) का भी इस्तेमाल किया था। इसे भी जब्त कर लिया गया था। अत्याधुनिक राइफलें एके-47 और एके-56 भी सेना ने जब्त कर ली थी। ग्रेनेड लॉन्चर और कई अन्य साजो-सामान भी बरामद किए गए थे।
कारगिल युद्ध: सेना ने द्रास से लेकर टरटोक तक लहराया था तिरंगा, दुश्मन हर मोर्चे पर थे फेल
इन सबके अलावा नाइट विजन, ऑक्सीजन मास्क, मशीन गन, राइफल, पिस्टल और नाइट विजन चश्मा भी बरामद किया गया था। पाकिस्तानी सेना के हथियारों ने दुश्मन देश की पूरी तरह पोल खोल कर रख दी थी। मालूम हो कि कारगिल युद्ध से पहले पाकिस्तान और भारत के संबंध मधूर हो रहे थे।
तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ लगातार बातचीत करते थे। संबंधों का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि 19 फरवरी, 1999 को तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी अपने मंत्रिमंडल के सहयोगियों, सांसदों, लेखकों, कलाकारों को लेकर बस से लाहौर पहुंचे थे। लेकिन पीठ पीछे पाकिस्तान ने इतनी बड़ी साजिश भारत के खिलाफ रची।
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