
फाइल फोटो।
Indian Army: कश्मीर हड़पने की चाह ने पाकिस्तान को भारत के खिलाफ युद्ध करने पर मजबूर किया। पाकिस्तान ने इस युद्ध से पहले ऑपरेशन जिब्राल्टर शुरू किया।
भारत और पाकिस्तान के बीच 1965 में लड़े गए युद्ध में भारतीय सेना (Indian Army) ने जीत हासिल की थी। इस युद्ध में पाकिस्तान को जबरदस्त नुकसान झेलना पड़ा था। पाकिस्तान यह सोचकर जंग के मैदान में उतरा था कि 1962 में चीन से लड़ने के बाद भारत कमजोर पड़ चुका है। पाकिस्तान की यही सोच उसे भारी पड़ गई थी।
कश्मीर हड़पने की चाह ने पाकिस्तान को भारत के खिलाफ युद्ध करने पर मजबूर किया। पाकिस्तान ने इस युद्ध से पहले ऑपरेशन जिब्राल्टर शुरू किया। इस ऑपरेशन के तहत करीब आठ हजार (ज्यादातर गैर-सैनिक) लड़ाकों को कश्मीर भेजा गया था।
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हालांकि, पाकिस्तानी सेना के कमांडो स्तर के जवानों ने ही इन्हें ट्रेनिंग दी थी। इनके अलावा पाकिस्तानी सेना के पैराट्रूपर्स और गुरिल्ला जवानों ने स्थानीय कश्मीरियों का रूप धर घाटी में घुसपैठ की थी।
इन लड़ाकों ने कश्मीर में घुसपैठ को अंजाम दिया और पाकिस्तान को उम्मीद थी कि जब ये घुसपैठिए भारतीय सेना (Indian Army) से मुठभेड़ करेंगे तो कश्मीरी अवाम उनके पक्ष में विद्रोह कर देगी। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हो सका। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि पाकिस्तान को उम्मीद नहीं थी कि भारतीय सेना घुसपैठ के जवाब में सीधा सैन्य हमला कर देगी।
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कश्मीरी जनता को अपने पक्ष में करने के लिए पाकिस्तान ने इतनी बड़ी खूनी साजिश रची थी, लेकिन हमारी सेना (Indian Army) ने सही समय पर कार्रवाई को अंजाम देकर इन लड़ाकों को खदेड़ दिया था। युद्ध के बाद भारत ने पाकिस्तान की 1840 वर्ग किलोमीट जमीन पर कब्जा कर लिया तो पाकिस्तान ने भारत की 540 वर्ग किलोमीटर भूमि हथिया ली थी।
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