1965 का युद्ध: …जब शाम होते होते पाकिस्तानी सेना के होश उड़ गए! भारतीय जवानों ने घसीट-घसीटकर मारा

सेना (Indian Army) जब भी पाक के खिलाफ जंग के मैदान में उतरती है हमेशा फतह हासिल करती आई है। पाकिस्तान ने साल 1965 में गुस्ताखी कर भारतीय सेना के जवानों को ललकार दिया था। 

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फाइल फोटो।

सेना (Indian Army) जब भी पाक के खिलाफ जंग के मैदान में उतरती है हमेशा फतह हासिल करती आई है। पाकिस्तान ने साल 1965 में गुस्ताखी कर भारतीय सेना के जवानों को ललकार दिया था। 

भारत ने जब-जब पाकिस्तान के खिलाफ जंग लड़ी है तब-तब दुश्मनों को पटखनी दी। पाकिस्तान के सैनिकों को हमारे वीर जवान भगा-भगाकर मारते हैं। सेना जब भी पाक के खिलाफ जंग के मैदान में उतरती है, हमेशा फतह हासिल करती आई है। पाकिस्तान ने साल 1965 में गुस्ताखी कर भारतीय सेना (Indian Army)  के जवानों को ललकार दिया था।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1965 में भीषण युद्ध (War of 1965) लड़ा गया था। इस युद्ध में पाकिस्तान, भारत को कमजोर समझ रहा था। दुश्मन को कभी भी कमजोर नहीं समझना चाहिए। पाकिस्तान की यह गलती उसे भारी पड़ी। भारत साल 1962 में चीन से तो हार गया था लेकिन भारतीय सेना (Indian Army) के जवानों में गुस्सा भरा हुआ था। 

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1 सितंबर, 1965 को पाकिस्तान ने छम्ब क्षेत्र में टैंकों, तोपों और हवाई जहाजों से हमले किए थे। इस दौरान पाकिस्तान ने यह कहकर भारत का मनोबल गिराया कि वे नाश्ता अमृतसर में, दोपहर का खाना जयपुर में और रात का भोजन दिल्ली में करेंगे। यानी पाकिस्तान इस दौरान अमृतसर, जालंधर और फिर अंत में दिल्ली पर कब्जा करने की फिराक में था। लेकिन शाम होते-होते पाकिस्तान के होश उड़ गए थे।

भारतीय सेना (Indian Army) को वायु सेना (Indian Air Force) पूरा सामरिक सहयोग मिला और दुश्मनों को खदेड़ दिया गया। करीब 2 हफ्ते चले इस युद्ध में भारतीय सेना (Indian Army) को वायु सेना ने दुश्मन को हर मोर्चे पर फेल कर दिया।

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इस लड़ाई में भारतीय सेना (Indian Army) लाहौर तक पहुंच चुकी थी, लेकिन बॉर्डर पर ही रुक गई। सेना चाहती तो पाकिस्तान के कई इलाकों पर कब्जा कर सकती थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। पाकिस्तान ने इस युद्ध में भारी नुकसान झेला।

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