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India Pakistan War 1965: पाकिस्तान में जहाज गिरने के बाद भी जीवा सिंह ने हौसला नहीं छोड़ा बल्कि पैराशूट के सहारे बच निकलने में सफल रहे थे।
भारत और पाकिस्तान के बीच 1965 की जंग (India Pakistan War) में एक जवान ऐसे भी थे, जो दुश्मन देश से उनका ही हवाई जहाज उड़ाकर ले आए थे। इस जवान का नाम जीवा सिंह था जो अपनी बहादुरी के लिए हमेशा याद किए जाएंगे। पंजाब के गांव भागोमाजरा के शहीद स्क्वायड लीडर जीवा सिंह की बहादुरी के किस्से आज भी लोग सुनाते हुए देखे जा सकते हैं।
दरअसल जंग के दौरान जीवा के जहाज को निशाना बनाकर दुश्मन सैनिकों ने नीचे गिरा लिया था। पाकिस्तान में जहाज गिरने के बाद भी जीवा सिंह ने हौसला नहीं छोड़ा बल्कि पैराशूट के सहारे बच निकलने में सफल रहे थे।
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इसी दौरान जीवा सिंह ने बहादुरी की मिसाल पैदा करते हुए सरगोधा में खड़ा पाकिस्तानी फौज का जहाज उड़ा लिया। जब तक पाकिस्तान फौज को इसकी खबर हुई तब तक वह उड़ान भर कर जोधपुर आ पहुंचे थे। इसके लिए उन्हें सैन्य सम्मान वीर चक्करट के साथ सम्मानित किया गया था।
उन्होंने इसके बाद 1971 की जंग में भी पाकिस्तान के खिलाफ हिस्सा लिया था। जंग के मैदान में वह इस बार शहीद हो गए थे। इसके बाद उन्हें दोबारा वीर चक्र से सम्मानित किया गया था। बता दें कि 1965 और 1971 की जंग में पाकिस्तान को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था। ये हमारे सैनिकों की बहादुरी थी, जिसकी वजह से हम जीत पाए थे।
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