
War of 1971 (File Photo)
India Pakistan War 1971: भारतीय सेना ने 13 दिन के भीतर ही पाक सैनिकों को घुटनों पर ला दिया था। जब पाकिस्तान सेना सरेंडर कर रही थी तो पाकिस्तानी जनरल नियाजी की आंख में आंसू थे।
भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में लड़े गए युद्ध (India Pakistan War 1971) के दौरान भारतीय सेना (Indian Army) ने बेहद ही शानदार प्रदर्शन किया था। सैनिकों के शौर्य के दम पर हमें जीत हासिल हुई थी और पाकिस्तान के दो टुकड़े हो गए थे। यानी कि पूर्वी पाकिस्तान अलग होकर बांग्लादेश के रूप में विश्व के नक्शे पर आया।
इस जंग से एक नए देश बांग्लादेश का उदय हुआ और दुनिया में भारत का दबदबा स्थापित हुआ। 1971 में 16 दिसंबर के दिन बांग्लादेश नाम के देश का औपचारिक गठन हुआ। पाकिस्तान को भारत के खिलाफ लड़ने और अपने ही प्रांत में अत्याचार फैलाने से भारी नुकसान हुआ।
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भारतीय सेना ने 13 दिन के भीतर ही पाक सैनिकों को घुटनों पर ला दिया था। जब पाकिस्तान सेना सरेंडर कर रही थी तो पाकिस्तानी जनरल नियाजी की आंख में आंसू थे।
भारतीय मेजर जनरल जैकब के मुताबिक जब नियाजी लेफ्टिनेंट जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा को अपनी पिस्टल दे रहे थे तो उनकी आंखों में आंसू थे। ऐसा सरेंडर के प्रोटोकॉल के तहत किया जाता है। सरेंडर करने वालों को अपने हथियार डालने होते हैं।
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बता दें कि नियाजी 1932 में ब्रितानी सेना में बतौर सिपाही भर्ती हुए थे और 1942 में उन्हें सेना में कमीशन अधिकारी बनाया गया था। 1971 की लड़ाई में पाकिस्तान की हार के कारणों की जांच के लिए हमूदुर्रहमान आयोग बनाया गया था, जिसने अपनी रिपोर्ट में जनरल नियाजी को ही बड़ी हद तक जिम्मेदार करार दिया था।
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