बीते 48 साल से सैनिक पति की बाट जोह रही पत्नी, पाकिस्तान है कि मानता नहीं

ऐसे करीब 54 जवान हैं जिन्हें पाकिस्तान ने अपनी कैद में रखा हुआ है। इन सैनिकों के परिवारों को आज भी यकीन है कि उनके परिवार के सदस्य पाकिस्तान की जेल में बंद हैं और एक न एक दिन वे वापस अपने वतन लौटेंगे।

Flight Lieutenant Vijay Vasant Tambe

पति की फोटो देखतीं दमयंती ताम्बे।

ऐसे करीब 54 जवान हैं जिन्हें पाकिस्तान ने अपनी कैद में रखा हुआ है। इन सैनिकों के परिवारों को आज भी यकीन है कि उनके परिवार के सदस्य पाकिस्तान की जेल में बंद हैं और एक न एक दिन वे वापस अपने वतन लौटेंगे। इनमें से एक जवान फ्लाइट लेफ्टिनेंट विजय वसंत ताम्बे (Flight Lieutenant Vijay Vasant Tambe) भी हैं, जिनकी पत्नी दमयंती ताम्बे 48 साल बाद भी अपने पति से मिलने की आस में हैं।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में पाकिस्तान को बुरी तरह से हराया गया था। पाकिस्तान के 93 हजार सैनिकों ने भारतीय सेना के सामने सरेंडर किया था। इस दौरान उसके हजारों हथियार भी जब्त कर लिए गए थे।

पाकिस्तान को हराने के बाद ही हमारे जवानों ने राहत की सांस ली थी। इस युद्ध के दौरान पाकिस्तान ने हमारे कुछ सैनिकों को युद्धबंदी बना लिया। ऐसे करीब 54 जवान हैं जिन्हें पाकिस्तान ने अपनी कैद में रखा हुआ है। इन सैनिकों के परिवारों को आज भी यकीन है कि उनके परिवार के सदस्य पाकिस्तान की जेल में बंद हैं और एक न एक दिन वे वापस अपने वतन लौटेंगे।

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इनमें से एक जवान फ्लाइट लेफ्टिनेंट विजय वसंत ताम्बे (Flight Lieutenant Vijay Vasant Tambe) भी हैं, जिनकी पत्नी दमयंती ताम्बे 48 साल बाद भी अपने पति से मिलने की आस में हैं।

वे कहती हैं, ”1971 के युद्ध में लापता हुए लोगों में मेरे पति फ्लाइट लेफ्टिनेंट विजय वसंत ताम्बे (Flight Lieutenant Vijay Vasant Tambe) भी शामिल हैं। सरकार की तरफ से कभी भी इसके लिए कोई ठोस पहल नहीं की गई। हर सरकार के लिए हम महज एक फाइल नंबर भर हैं।”

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वे आगे कहती हैं, “सरकारों से पर्याप्त सहयोग नहीं मिला है। मैंने इस मसले पर 2013 में गुजरात हाई कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया था। सरकार के लिए हम महज एक फाइल नंबर हैं। हमारी समस्या पर सुनवाई नहीं होती।”

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