कर्नल संतोष बाबू को मरणोपरांत ‘महावीर चक्र’ से नवाजा जाएगा, चीनी सेना के साथ हिंसक झड़प में हुए थे शहीद

इस बार गणतंत्र दिवस (Repulic Day 2021) पर कर्नल संतोष बाबू (Colonel Santosh Babu) को मरणोपरांत महावीर चक्र (Mahaveer Chakra) से नवाजा जाएगा।

Colonel Santosh Babu

Colonel Santosh Babu

पूर्वी लद्दाख (East Ladakh) में गलवान घाटी (Galwan Valley) में चीन की सेना के साथ हुई हिंसक झड़प में कर्नल संतोष बाबू (Colonel Santosh Babu) ने अपनी जान गंवाई थी।

गणतंत्र दिवस (Republic Day) के मौके पर हर साल देश की रक्षा के लिए जान की बाजी लगाने वाले सैनिकों को वीरता पुरस्कार दिया जाता है। इस बार गणतंत्र दिवस (Repulic Day 2021) पर कर्नल संतोष बाबू (Colonel Santosh Babu) को मरणोपरांत महावीर चक्र (Mahaveer Chakra) से नवाजा जाएगा।

पूर्वी लद्दाख (East Ladakh) में गलवान घाटी (Galwan Valley) में चीन की सेना के साथ हुई हिंसक झड़प में कर्नल संतोष बाबू (Colonel Santosh Babu) ने अपनी जान गंवाई थी।

भारत और चीन के सैनिकों के बीच बॉर्डर पर एक बार फिर झड़प, 20 चीनी सैनिक घायल, इलाके में तनाव

बता दें कि युद्ध के दौरान शौर्य और वीरता का प्रदर्शन करने के लिए महावीर चक्र दिया जाता है। यह साहस और बलिदान के लिए दिया जानेवाला सेना का दूसरा सबसे बड़ा सम्मान है। सूत्रों के मुताबिक, गलवान घाटी में हुई झड़प में चीनी सेना का मुकाबला करने वाले कई जवानों को इस बार गैलेंट्री अवॉर्ड से नवाजा जा सकता है।

सूत्रों के अनुसार, इस साल पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए ASI मोहन लाल को भी गैलेंट्री अवॉर्ड से नवाजा जाएगा। बता दें कि मोहन लाल ने ही IED लगी कार को पहचाना और बॉम्बर पर गोलीबारी की थी।

बिहार: 26 जनवरी को ‘काला दिवस’ मनाने की कोशिश में नक्सली संगठन, अलर्ट हुई पुलिस

गौरतलब है कि गलवान घाटी में चीनी सेना के साथ हिंसक झड़प में शहीद हुए कर्नल बी. संतोष बाबू चीनी पक्ष से हुई बातचीत का नेतृत्व कर रहे थे। वे तब कर्नल संतोष बाबू ही यहां के कमांडिंग ऑफिसर थे। उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर चीनी सेना के जवानों को भारतीय जमीन में घुसने से रोका और वापस खदेड़ दिया था। लेकिन देर रात हुई हिंसा में वो शहीद हो गए।

ये भी देखें-

16 बिहार रेजिमेंट के कमांडिंग ऑफ‍िसर रहे कर्नल संतोष के साथ उस रात 19 और जवानों ने शहादत दी थी। इन सभी ने अपनी जान न्‍योछावर कर दी, लेकिन चीन को भीतर घुसने नहीं दिया। इसमें नायब सूबेदार सतनाम सिंह और मनदीप सिंह के साथ बिहार रेजिमेंट के 12, पंजाब रेजिमेंट के तीन, 81 एमपीएससी रेजिमेंट का एक और 81 फील्ड रेजिमेंट का एक जवान शामिल है।

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें