India Pakistan War 1971: भारत ने पाकिस्तान के घायल सैनिकों का किया था इलाज! पेश की थी मानवता की मिसाल

भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में भारत ने पाकिस्तान को बुरी तरह से हराया था। युद्ध पूर्वी पाकिस्तान (बांग्लादेश) की आजादी के लिए लड़ा गया था।

Dilip Kumar Ghosh

79 वर्ष के रिटायर्ड कर्नल दिलीप कुमार घोष

India Pakistan War 1971: इंदौर के महू में रहने वाले 79 वर्ष के रिटायर्ड कर्नल दिलीप कुमार घोष (Dilip Kumar Ghosh) ‘विशिष्ट सेवा मैडल’ ने युद्ध से जुड़ी जानकारियां साझा की हैं।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में भीषण युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में भारत ने पाकिस्तान को बुरी तरह से हराया था। युद्ध पूर्वी पाकिस्तान (बांग्लादेश) की आजादी के लिए लड़ा गया था। इस युद्ध में पाकिस्तानी सैनिकों को भारतीय सेना ने छठी का दूध याद दिला दिया था।

इंदौर के महू में रहने वाले 79 वर्ष के रिटायर्ड कर्नल दिलीप कुमार घोष (Dilip Kumar Ghosh) ‘विशिष्ट सेवा मैडल’ ने युद्ध से जुड़ी जानकारियां साझा की हैं। कर्नल दिलीप कुमार घोष के मुताबिक, मानवता की मिसाल पेश करते हुए इस युद्ध के दौरान भारत ने पाकिस्तान के घायल सैनिकों का इलाज किया था।

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दिलीप कुमार घोष (Dilip Kumar Ghosh) बताते हैं, “यही नहीं, जब पाकिस्तानी सेना के 90 हजार सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया तो उनका भी सम्मान रखा। क्योंकि हमारे देश में अतिथि देवो भव वाली परंपरा का प्रचलन रहा है चाहे वह दुश्मन ही क्यों न हो। पाकिस्तान के एक-एक सैनिक को बड़ी ही हिफाजत से रखा गया था। पूर्वी पाकिस्तान के सेना अध्यक्ष अमीर अब्दुल्ला खान का भी पूरा सम्मान किया गया था। उन्हें पूरे सम्मान के साथ कलकत्ता स्थित एक फौजी अधिकारी के कमरे में रखा गया था।”

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वे आगे बताते हैं, “हमारी सेना युद्धबंदियों के साथ भी सम्मान से पेश आती है। इस युद्ध में हमारी सेना ने यह बात पूरी तरह से साबित कर दी थी। युद्ध के दौरान सेना ने खास रणनीति ‘वॉर ऑफ मूवमेंट’ के जरिए दुश्मनों के कब्जे वाले इलाकों पर कहर बरपा कर खुद का कब्जा जमाया था।”

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