‘अवैध’ निर्माण के जरिए चीन Indian Army को करता है परेशान, मिलता है हर बार मुंहतोड़ जवाब

भारतीय सेना (Indian Army) सरहद पर दिन रात कड़ी मेहनत कर ड्यूटी करती है। हमारे इलाके किसी और के कब्जे या नियंत्रण में न आएं इसके लिए जवान जान की बाजी लगा देते हैं।

Indian Army

फाइल फोटो।

Indian Army: चीन हमारी जमीन पर कई बार ‘अवैध’ निर्माण कर चुका है या करने की फिराक में रहता है। ऐसे में हमारे जवान चीन की इस कायराना हरकत पर मुंहतोड़ जवाब देने से पीछे नहीं हटते।

भारतीय सेना (Indian Army) सरहद पर दिन रात कड़ी मेहनत कर ड्यूटी करती है। हमारे इलाके किसी और के कब्जे या नियंत्रण में न आएं इसके लिए जवान जान की बाजी लगा देते हैं। ऐसे कई मौके आए हैं जब जवानों ने इस बात को पूरी तरह से साबित भी किया है।

चीन हमेशा से विस्तारवाद की नीति पर चलता आया है। भारत ही नहीं बल्कि अन्य देशों में भी वह इसी रणनीति के तहत समुद्र से लेकर जमीन तक हड़प रहा है। 1950 से लेकर अबतक चीन यही तरीका अपनाता आया है। चीन को सबक सीखाने के लिए हमारे जवान हमेशा तत्पर रहते हैं।

1965 की जंग: पाकिस्तान के कई इलाकों पर होता आज हमारा कब्जा! Indian Army ने दिखाई थी ‘दरियादिली’

चीन हमारी जमीन पर कई बार ‘अवैध’ निर्माण कर चुका है या करने की फिराक में रहता है। ऐसे में हमारे जवान चीन की इस कायराना हरकत पर मुंहतोड़ जवाब देने से पीछे नहीं हटते। चीन एलएसी (LAC) पर निर्माण कार्य करता रहता है। चीन द्वारा इन विवादित इलाकों पर सड़कें बनवाई जाती हैं।

चीन और भारत के बीच एक लंबी सीमा है जो नेपाल और भूटान के द्वारा तीन अनुभागों में फैला हुआ है। 1962 के संघर्ष में इन क्षेत्रों में चीनी सैनिक आ गए थे। भारत और चीन के बीच सीमाएं स्पष्ट नहीं है जो कि संघर्ष का कारण बनती हैं।

ये भी देखें-

1962 में भारत और चीन के बीच सीमा विवाद इतना बढ़ गया था कि हमारी सेना (Indian Army) को युद्ध तक लड़ना पड़ा था। इस युद्ध में भारत की हार हुई थी, लेकिन इस युद्ध से सैनिकों की शौर्य की ऐसी कहानियां सामने आईं जो आज भी देश के लिए गर्व का विषय हैं। 

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें