Kargil War: कैप्टन अमोल कालिया की शहीदी को ऐसे मिला सम्मान, शहादत का कर्जदार रहेगा देश

भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में कारगिल युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में पाकिस्तान को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था। युद्ध में कैप्टन अमोल कालिया (Captain Amol Kalia) ने बेहद ही शानदार प्रदर्शन किया था।

Captain Amol Kalia

अमर शहीद कैप्टन अमोल कालिया।

Kargil War 1999: शहादत के बाद कैप्टन अमोल कालिया (Captain Amol Kalia) को ‘वीर चक्र’ से सम्मानित किया गया। उनकी याद में पंजाब के जालंधर में स्थित नंगल शहर में उनके नाम पर स्मारक बनाया गया है। एनएफएल नंगल इकाई के जिस स्कूल में उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा हासिल की थी, उसका नाम भी शहीद के नाम पर रख दिया गया। 

भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में कारगिल युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में पाकिस्तान को बुरी तरह से हार का सामना करना पड़ा था। युद्ध में कैप्टन अमोल कालिया (Captain Amol Kalia) ने बेहद ही शानदार प्रदर्शन किया था।

युद्ध में कालिया ने शहीद होने से पहले चौकी नंबर 5203 पर तिरंगा लहराया था। दुश्मनों के खिलाफ बेहद ही आक्रमकता के साथ इस पोस्ट पर कब्जा किया गया था। इसमें कालिया की भी अहम भूमिका रही थी। हालांकि, वे जंग के मैदान में ही शहीद हो गए थे।

पाकिस्तानी सैनिकों से लोहा लेने वाले जांबाज कर्नल अशोक कुमार तारा, बचाई थी प्रधानमंत्री शेख हसीना की जान

शहादत के बाद उन्हें ‘वीर चक्र’ से सम्मानित किया गया। उनकी याद में पंजाब के जालंधर में स्थित नंगल शहर में उनके नाम पर स्मारक बनाया गया है। एनएफएल नंगल इकाई के जिस स्कूल में उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा हासिल की थी, उसका नाम भी शहीद के नाम पर रख दिया गया। इसके साथ ही द्रास सेक्टर में बने कारगिल वॉर मेमोरियल में शहीद कैप्टन अमोल कालिया (Captain Amol Kalia) से जुड़ी चीजों को संजोया गया है।

ये भी देखें-

अध्यापक सतपाल कालिया और ऊषा कालिया अपने वीर सपूत के बारे में कहते हैं, “स्मारक स्थल पर लगे शिलापट पर उसका नाम पढ़कर आंसू रुकने का नाम नहीं लेते। वह हमारा नाम रोशन करके शहीद हुआ है। हम जब इस मेमोरियल में गए तो हमने उससे जुड़ी चीजों को देखा और हमें लगा कि वह अभी पहाड़ों से निकल आएगा।”

Hindi News के लिए हमारे साथ फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब पर जुड़ें और डाउनलोड करें Hindi News App

यह भी पढ़ें