एयर मार्शल अर्जन सिंह: वे शख्स जिन्होंने 1965 के युद्ध का नेतृत्व किया था

अर्जन सिंह भारतीय वायुसेना के एकमात्र ऐसे अधिकारी रहे जो पांच सितारा रैंक तक पदोन्नत हुए थे। यह पद भारतीय थलसेना के फील्ड मार्शल के बराबर है।

Arjan Singh

Former Marshal of the Indian Air Force Arjan Singh (File Photo)

Indian Air force: अर्जन सिंह (Arjan Singh) भारतीय वायुसेना के एकमात्र ऐसे अधिकारी रहे जो पांच सितारा रैंक तक प्रोमोट हुए थे। यह पद भारतीय थलसेना के फील्ड मार्शल के बराबर है।

भारत और पाकिस्तान के बीच 1965 में युद्ध लड़ा गया था। इस युद्ध में वायु सेना ने जो कहर बरपाया था उसे यादकर पाकिस्तान आज भी थरथर कांप उठता होगा। युद्ध का नेतृत्व वायु सेना के एयर मार्शल अर्जन सिंह (Arjan Singh) ने किया था। 2017 में 98 वर्ष की उम्र में उनका निधन हो गया था।

वे हमेशा एक युद्ध नायक के रूप में याद किए जाते हैं जिन्होंने सफलतापूर्वक 1965 के भारत-पाक युद्ध का नेतृत्व किया था। उस समय वह 44 साल के थे।

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उनकी छवि एक निडर पायलट और अद्भुत सैन्य नेतृत्वकर्ता की रही थी। उन्होंने 60 अलग-अलग तरह के खतरनाक लड़ाकू विमानों को उड़ाने का अनुभव था। भारतीय वायु सेना को दुनिया की ताकतवर सेनाओं में से एक बनाने में उनका अहम योगदान माना जाता है।

अर्जन सिंह भारतीय वायुसेना के एकमात्र ऐसे अधिकारी रहे जो पांच सितारा रैंक तक पदोन्नत हुए थे। यह पद भारतीय थलसेना के फील्ड मार्शल के बराबर है। थलसेना के फील्ड मार्शल सैम मानेकशा और केएम करिअप्पा दो अन्य अधिकारी थे जिन्हें पांच सितारा पदोन्नति मिली थी। इसके अलावा उन्हें देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया गया था।

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आपको जानकर गर्व होगा कि एयर मार्शल अर्जन सिंह के नेतृत्व में इस युद्ध में वायुसेना ने पाकिस्तान के भीतर घुसकर कई एयरफील्ड्स को नुकसान पहुंचाया था। भारत ने जब अंतरराष्‍ट्रीय सीमा पार की तो घटनाक्रम तेजी से बदला।

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