मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है ‘Agni-I’, जानें क्या है इसकी खासियत

भारतीय सेना (Indian Army) के खिलाफ अगर कोई भी आंख उठाकर देखता है तो उसे नेस्तनाबूद कर दिया जाता है। भारतीय सेना के जवान अपनी शौर्य और बलिदान के लिए विख्यात हैं।

Agni-I

अग्नि-1 मिसाइल।

Agni-I: 700 किलोमीटर की मारक क्षमता वाली इस मिसाइल के नाम से ही दुश्मन खौफ खाते हैं। इस मिसाइल को 2004 में सबसे पहले सेवा में लाया गया था।

भारतीय सेना (Indian Army) के खिलाफ अगर कोई भी आंख उठाकर देखता है तो उसे नेस्तनाबूद कर दिया जाता है। भारतीय सेना के जवान अपनी शौर्य और बलिदान के लिए विख्यात हैं। दुश्मन तो भारतीय सैनिकों के खौफ से भलि भांति परिचित हैं। सेना को और ज्यादा ताकतवर बनाते हैं आधुनिक हथियार।

हथियारों के दम पर ही किसी देश की सेना दूसरे देश की सेना पर हावी होती है। अमेरिका के पास बेहतरीन हथियार हैं और यही वजह है कि वह एक तरह से विश्व की सबसे बड़ी ताकत है। भारतीय सेना (Indian Army) के पास भी देश में ही विकसित की गई अग्नि-1 (Agni-I) बैलिस्टिक मिसाइल है।

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यह एक मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है। 700 किलोमीटर की मारक क्षमता वाली इस मिसाइल के नाम से ही दुश्मन खौफ खाते हैं। इस मिसाइल को 2004 में सबसे पहले सेवा में लाया गया था। अग्नि-1 (Agni-I) को सेना द्वारा नियमित ट्रेनिंग के तहत अलग-अलग वर्जन में लॉन्च किया जाता रहा है।

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15 मीटर लंबी अग्नि-I (Agni-I) का कुल भार 12 टन है। खास बात यह है कि यह 1,000 किलोग्राम तक परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है। बता दें कि किसी मिसाइल में अगर दिशा बताने वाला यंत्र लगा दिया जाए तो वह बैलेस्टिक मिसाइल की कैटगिरी में आता है। इसका इस्तेमाल किसी हथियार को किसी पूर्वनिर्धारित लक्ष्य पर दागने के लिये किया जाता है। 

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