झारखंड में नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ अभियान जारी है। लगातार 2 दिनों में 2 बड़े नक्सलियों को मार गिराने में पुलिस को सफलता मिली है।

Simdega: पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्त में लेकर पूछताछ की, जिसमें पता चला कि गांजे की खेप ओडिशा से गढवा, बिहार के रास्ते नेपाल जा रही थी।

नक्सल प्रभावित बाढ़ेसांड थाना क्षेत्र के लाटू जंगल में नक्सलियों द्वारा प्लांट किए गए शक्तिशाली आईईडी की चपेट में आने से एक चरवाहे की मौत हो गई है।

मारे गए इनामी नक्सलियों (Naxalites) ने अपने-अपने क्षेत्रों में पुलिस के लिए काफी चुनौतियां पैदा कर दी थीं। लेकिन इन दोनों इनामी नक्सलियों का सफाया पुलिस ने बहुत ही जबरदस्त तरीके से किया।

पाकिस्तानी रेंजर के साथ घंटों तक चली इस गोलीबारी में एक गोली आरक्षक सीताराम उपाध्याय (Sitaram Upadhyay) को लग गई। फिर भी इन्होंने जवाबी कार्रवाई जारी रखी।

नक्सलियों (Naxalites) के साथ मुठभेड़ (Naxal Encounter) में 10 लाख के इनामी कुख्यात पीएलएफआई (PLFI) नक्सली शनिचर सुरीन (Sanichar Surin) के मारे जाने की खबर है।

गुमला में गुरुवार को पुलिस को एक बड़ी कामयाबी मिली और 15 लाख का इनामी नक्सली और सब जोनल कमांडर बुद्धेश्वर उरांव (Buddheshwar Oraon) मारा गया।

झारखंड के नए राज्यपाल के रूप में रमेश बैस (Ramesh Bais) ने आज पद की शपथ ली। वह मंगलवार शाम को विशेष विमान से रांची पहुंचे।

झारखंड पुलिस (Jharkhand Police) ने एक अनोखी पहल शुरू की है। प्रदेश के गरीब बच्चों के लिए उपकरण बैंक की शुरुआत की गई है, जिसमें कोई भी शख्स मदद कर सकता है।

पुलिस (Police) और CRPF के जवानों ने गिरीडीह जिले के डुमरी के माकन चेचरिया मार्ग पर पड़ने वाली एक पुलिया के नीचे से नक्सलियों द्वारा लगाया गया करीब 50 किलो का केन बम बरामद किया है।

3 नक्सलियों (Naxalites) ने जिला प्रशासन के सामने सरेंडर कर दिया है। ऐसे में पुलिस ने तीनों नक्सलियों को फूल देकर उनका मुख्यधारा में स्वागत किया।

इस माओवादी के पास से कोई हथियार बरामद नहीं हुआ है, लेकिन पिछले कई सालों से ये नक्सली संगठन में सक्रिय था। गिरिडीह पुलिस को यह सफलता मंगलवार की सुबह मिली।

झारखंड में नक्सलियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है। इस बीच चाईबासा लांजी नक्सली हमले को लेकर एनआईए (NIA) ने जांच शुरू कर दी है।

नक्सली कमांडर कृष्णा (Krishna Hansda) इन दिनों पारसनाथ क्षेत्र में अचानक सक्रिय हो गया है और पुलिस समेत तमाम सरकारी विभागों को नुकसान पहुंचाने के इरादे से बम प्लांट कर रहा है।

झारखंड (Jharkhand) के गिरिडीह (Giridih) जिले में पुलिस (Police) और सुरक्षाबल लगातार नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ सर्च ऑपरेशन चला कर उनके नापाक मंसूबों पर पानी फेरने में सफलता हासिल कर रहे हैं।

Hool Revolution: अंग्रेजों के अत्याचार के खिलाफ 1855 में लोगों द्वारा लगभग 50,000 की संख्या में एक साथ आक्रमण किया गया।

जवानों ने सघन अभियान चलाते हुए चिरकी पलमा पथ के सरैटोला स्थित ग्रामीण पथ के पुल के नीचे एक शक्तिशाली केन बम बरामद किया और फिर एक्सपर्ट्स के नेतृत्व में उसे डिफ्यूज किया।

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