Rituparno Ghosh Death Anniversary: बड़ी सादगी से कह दी वो बात जिसे कहने में दुनिया को जमाने लग गए…
Rituparno Ghosh Death Anniversary: उनकी फिल्मों में यह ताकत है जो दर्शकों को फिल्म से पूरी तरह बांध देती है। उन्होंने समाज में प्रतिबंधित विषयों पर भी अपनी फिल्मों के जरिये खुल कर विचार रखे।
आज ही के दिन प्रकाशित हुआ था हिंदी का पहला अखबार, जानिए इसके पीछे की कहानी…
पहली बार जब पंडित युगल किशोर शुक्ल ने 'उदन्त मार्तण्ड' को रूप दिया, तब किसी ने भी यह कल्पना नहीं की थी कि हिन्दी पत्रकारिता इतना लम्बा सफर तय करेगी। युगल किशोर शुक्ल ने काफ़ी दिनों तक 'उदन्त मार्तण्ड' को चलाया और पत्रकारिता करते रहे।
Jawaharlal Nehru Death Anniversary: आजादी मिलने के पहले से ही सचिवालय में करने लगे काम, रविवार को भी पहुंच जाते थे ऑफिस
दूसरे विश्वयुद्ध के बाद खस्ताहाल और विभाजित भारत का नवनिर्माण करना कोई आसान काम नहीं था, लेकिन पंचवर्षीय योजना उनकी दूरदृष्टि का ही परिणाम था, जिसके नतीजे सालों बाद मिल रहे हैं।
Death Anniversary: जब नरगिस को देख सुनील दत्त की बोलती बंद हो गई थी…
कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद सुनील दत्त की नौकरी एक एड एजेंसी में लगी। यहीं से उन्होंने रेडियो सीलोन में रेडियो जॉकी बनने का रास्ता पकड़ा। रेडियो जॉकी के रूप में वो काफी पसंद किए गए।
जापान के इस भारतीय दामाद ने की थी ‘आजाद हिंद फौज’ की स्थापना
भारतीय इतिहास में कुछ नाम पन्नों में दबे रह गए हैं। वो नाम जो इतिहास के पन्नों में तो दर्ज हैं लेकिन कभी लोगों की जुबान पर नहीं रहे। भारत के स्वतंत्रता संग्राम में रास बिहारी बोस एक ऐसा ही नाम है।
Birthday Special: हिमालय की बेटी की जिंदगी से जुड़े किस्से, स्कूल टीचर से एवरेस्ट विजेता तक का सफर…
आज हिमालय की बेटी का जन्मदिन है। पद्म विभूषण, पद्मश्री और अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित पाल ऐसा करने वाली भारत की पहली महिला पर्वतारोही हैं। यह उपलब्धि उन्होंने 30 साल की उम्र में हासिल की थी।
Kartar Singh Sarabha Birth Anniversary: वह क्रांतिकारी जिसे शहीद भगत सिंह अपना गुरु मानते थे, अंग्रेज़ मानते थे सबसे बड़ा खतरा
Kartar Singh Sarabha Birth Anniversary: करतार सिंह सराभा ने महज 19 साल की उम्र में ही फांसी के फंदे को चूम लिया था। लाहौर षड़यंत्र केस में इन्हें फांसी की सजा सुनाई गई थी।
पहला संसद सत्र आज! बड़ा ऐतिहासिक है यह दिन
पहली लोकसभा में कुल 677 बैठकें हुई थीं, जो देश के संसदीय इतिहास में सबसे ज्यादा बैठकों वाला सत्र है।
आज ही शुरू हुआ था 1857 का ‘गदर’, इन वीरों ने अंग्रेजों को चटाई थी धूल
सन 1857 का स्वाधीनता संग्राम (1857 Revolt) सफल तो नहीं हो सका, लेकिन क्रांतिवीरों के बलिदानों ने हमारी गौरव गाथा में साहस और वीरता का सुनहरा अध्याय जरूर जोड़ दिया।
महाराणा प्रताप की ज़िंदगी से जुड़े रोचक किस्से: बादशाह अकबर भी था इनका मुरीद
महाराणा प्रताप ने वीरता के बल पर धीरे-धीरे मेवाड़ के सभी दुर्गों पर दोबारा आधिपत्य जमा लिया। महाराणा प्रताप 25 वर्षों तक अकबर के लिए चुनौती बने रहे।
रवीन्द्रनाथ टैगोर… जिन्होंने लिखे दो देशों के राष्ट्रगान
Rabindranath Tagore Birth Anniversary: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी रवीन्द्रनाथ टैगोर को उनकी 158वीं जयंती पर श्रद्धांजलि।