United Nations Security Council

संयुक्त राष्ट्र में भारत की प्रथम सचिव स्नेहा दुबे ने कहा कि समूचे केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर और लद्दाख ‘‘हमेशा भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा थे, हैं और रहेंगे। इसमें वे क्षेत्र भी शामिल हैं जो पाकिस्तान के अवैध कब्जे में हैं।

भारत ने कहा कि पाकिस्तान (Pakistan) को वैश्विक स्तर पर एक ऐसा देश करार दिया गया है जो यूएन द्वारा घोषित आतंकियों (Militants) को राजकीय नीति के तहत खुल कर समर्थन, प्रशिक्षण, वित्त पोषण व हथियार मुहैया करता है।

एस जयशंकर (S Jaishankar) ने कहा‚ चाहे वह अफगानिस्तान में हो या भारत के खिलाफ‚ लश्कर–ए–तैयबा और जैश–ए–मोहम्मद जैसे समूह को सहायता प्राप्त है। वे बेखौफ होकर अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं।

विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने यूएनएससी (United Nations Security Council) में 1 जनवरी, 2021 को दो साल के लिए भारत की सदस्यता ग्रहण करने के बाद पहली बार यूएन (UN) को संबोधित किया।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भारत ने पाकिस्तान को खरी खोटी सुनाई है। साथ ही दुनिया के देशों से आतंकवाद के खिलाफ अभियान चलाने की अपील की।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में पाकिस्तान को एक बार फिर कश्मीर मुद्दे को उठाने पर फजीहत का सामना करना पड़ा। बंद कमरे में हुई अनौपचारिक बैठक में शामिल सभी देशों ने इसे द्विपक्षीय मुद्दा बताकर कश्मीर को लेकर अपना रुख स्पष्ट कर दिया।

विश्व के अलग-अलग मंचों पर भारत के खिलाफ पाकिस्तान (Pakistan) का झूठा प्रचार जारी है। उसकी ओर से भारत पर झूठे और बेबुनियाद आरोप लगाने का सिलसिला जारी है।

कश्मीर मसले को लेकर पाकिस्तान का विधवा विलाप जारी है। पाकिस्तान इसे लेकर संयुक्त राष्ट्र में गुहार लगाने जा रहा है। इधर, भारत ने वहां भी पाकिस्तान को पटखनी देने की तैयारी शुरू कर दी है।

लगता है कि अमेरिका अब आतंकवाद और मसूद अजहर के मामले में चीन से आमने-सामने के टकराव का मन बना चुका है। दरअसल, 27 मार्च को अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में फिर से एक प्रस्ताव लाया है। जिसमें पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद के आका अजहर मसूद को प्रतिबंधित करने की बात है।

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