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भारत, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) के लिए फिर से चुना गया है। UN सदस्य देशों के भारी समर्थन से 2022-24 के कार्यकाल के लिए 14 अक्टूबर को भारत संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के रिकार्ड छठें कार्यकाल के लिए चुना गया।

भारत ने संयुक्त राष्ट्र (UN) में पाकिस्तान को एक एकबार फिर जमकर लताड़ लगाई है। संयुक्त राष्ट्र में 11 जून को एक बार फिर से पाकिस्तान द्वारा कश्मीर मसला उठाए जाने पर भारत ने कड़ी आपत्ति दर्ज की।

पाकिस्तान (Pakistan) के पाखंड का पर्दाफाश करते हुए भारत (India) ने संयुक्त राष्ट्र (UN) में एक मौलवी के नेतृत्व में कट्टरपंथियों द्वारा पाकिस्तान में हिंदू मंदिर को तोड़े जाने के मुद्दे को पुरजोर तरीके से उठाया।

विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने यूएनएससी (United Nations Security Council) में 1 जनवरी, 2021 को दो साल के लिए भारत की सदस्यता ग्रहण करने के बाद पहली बार यूएन (UN) को संबोधित किया।

अपने सभी नापाक मंसूबों में फेल होता पाकिस्तान (Pakistan) अपने झूठ से अब संयुक्त राष्ट्र को बरगलाने की कोशिश कर रहा है। पाकिस्तान ने अब समयुक्त राष्ट्र (UN) में झूठा डोजियर पेश किया है।

संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में भारत की ओर से आतंकवादियों को रोकने के उपायों के संबंध में पेश एक प्रस्ताव को 75 से अधिक देशों का समर्थन मिला है। यह बात संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी एस तिरूमूर्ति ने 5 नवंबर को बताई।

यूएन (UN) में भारत के स्थाई प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने ट्वीट कर इमरान खान के बयान को कूटनीतिक तौर पर निम्नस्तर का बताया। उन्होंने कहा कि इमरान खान के बयान में झूठे इल्जाम लगाना, व्यक्तिगत हमले करना, अपने यहां के अल्पसंख्यकों का हाल न देखकर भारत पर टिप्पणी करना शामिल था।

संयुक्त राष्ट्र (United Nations) की 75वीं वर्षगांठ के पहले दिन ही पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह मुहम्मद कुरैशी (Shah Mahmood Qureshi) की ओर से कश्मीर का मुद्दा उठाना महंगा पड़ा।

रिपोर्ट के मुताबिक ये सभी सदस्य केरल और कर्नाटक में फैले हुए हैं और ISIS ने ये घोषणा की है कि वह भारत में 'विलायाह ऑफ हिंद' प्रांत बनाएगा।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) पर चीन की तरफदारी करने का आरोप लगाते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने 14 अप्रैल को फंडिंग रोकने का ऐलान कर दिया।

भारतीय सेना (Indian Army) की जांबाजी के किस्से तो सबने सुने होंगे। अपनी सरहद की निगहबानी के लिए जान की परवाह ना करने वाले सेना के दिलेर जवान बेगानी सरहदों पर भी किस कदर मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी को अंजाम देते हैं, इसका एक लंबा इतिहास है।

लगता है कि अमेरिका अब आतंकवाद और मसूद अजहर के मामले में चीन से आमने-सामने के टकराव का मन बना चुका है। दरअसल, 27 मार्च को अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में फिर से एक प्रस्ताव लाया है। जिसमें पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद के आका अजहर मसूद को प्रतिबंधित करने की बात है।

चीन ने चौथी मर्तबा मसूद अजहर को अपने वीटो पावर का इस्तेमाल करके ग्लोबल आतंकी घोषित होने से बचा लिया है। चीन की इस हरकत ने भारत के तरफ से किए जा रहे तमाम प्रयासों एवं मंसूबों पर पानी फेर दिया।

संयुक्त राष्ट्र ने 26/11 मुंबई आतंकी हमले के मास्टर-माइंड और दुनिया के मोस्टवांटेड ,जमात उद दावा के मुखिया हाफिज सईद की प्रतिबंधित आतंकियों की सूची से निकालने की याचिका को खारिज कर दिया है।

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