Sukhdev Thapar

एक रोज बैठक के दौरान सुखदेव ने भगत सिंह को ताना दे मारा। सुखदेव ने कहा कि कॉलेज की वो लड़की जो तुम्हें देख कर मुस्कराया करती थी, तुम उसके इश्क में गिरफ्तार हो गए हो।

अत्याचार, लगातार पिटाई और मानसिक टॉर्चर से वो परेशान हो गए थे और एकबार उन्होंने अपने दोस्त भगत सिंह से कहा मैं ये सब सह नहीं पा रहा, इससे अच्छा तो आत्महत्या कर लूं।

अमर शहीद सुखदेव थापर की अमर दास्तान। शहीद दिवस के दिन अपने साथी क्रांतिकारियों भगत सिंह और राजगुरु के साथ हंसते-हंसते फांसी के फंदे को चूम लेने वाले इस वीर क्रांतिकारी की तमाम सुनी-अनसुनी कहानियां सुना रहे हैं संजीव श्रीवास्तव।

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