Pulwama

मुठभेड़ के दौरान फरार हुये दो आतंकियों (Terrorists) की तलाश के लिए पूरे इलाके में बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया है। ये इलाका घनी आबादी और नेशनल हाइवे से सटा है,  इसलिए थोड़ी परेशानी हो रही है।  

गिरफ्तार आतंकी सहयोगियों की पहचान आदिल अली निवासी आचन और आसिफ गुलजार निवासी हाजीदरपोरा के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके कब्जे से कई आपत्तिजनक चीजें बरामद की है।  

कस्बा यार इलाके में रुक-रुक कर सुरक्षाबलों और आतंकियों (Terrorists) के बीच फायरिंग होती रही। जवानों ने आतंकियों के ठिकाने को चारों तरफ से घेर लिया है और बार-बार उन्हें सरेंडर करने की अपील भी की गई।

जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ अभियान जारी है, फिर भी आतंकी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। ताजा मामला पुलवामा का है।

Jammu and Kashmir: कश्मीर जोन के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ये मुठभेड़ पुलवामा के हाजिन राजपोरा इलाके में चल रही है। 

संदिग्धों की निशानदेही पर पुलवामा जिले (Pulwama) में 10 किलोग्राम वजन का एक आईईडी जब्त किया गया हैं। पुलिस के अनुसार, उसके जवानों ने आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकी हमले के षड्यंत्र को विफल कर दिया।

सुरक्षाबलों ने इस आतंकी हमले में शामिल 4 में से 3 आतंकियों को ढेर कर दिया है। आतंकी हमले के 24 घंटे के अंदर ही सुरक्षाबलों ने ये सफलता पाई है।

पुलवामा में हुए आतंकी हमले (Pulwama Attack) ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। इस हमले में उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के जवान विजय कुमार मौर्य भी शहीद हो गए थे।

Pulwama Attack: पंजाब के रोपड़ जिले में कुलविंदर सिंह के माता-पिता रहते हैं। उनकी कहानी कुछ ऐसी है, जिसे जानकर आप इमोशनल हो जाएंगे।

निखिल (Nikhil Dayama) मूल रूप से राजस्थान के भिवाड़ी के रहने वाले थे। उनका पार्थिव शरीर आज दिल्ली पहुंचेगा, इसके बाद उनके पैतृक गांव सैदपुर लाया जाएगा।

Pulwama: दो अलग-अलग मुठभेड़ों में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है।पहली मुठभेड़ में 3 आतंकी मारे गए हैं और दूसरी मुठभेड़ में 2 आतंकियों ने सरेंडर किया है।

Presidential Award: पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए CRPF जवान मोहन लाल को मरणोपरांत राष्ट्रपति सम्मान दिया जाएगा।

पाकिस्तान के मंत्री द्वारा पुलवामा में हुए आतंकी हमले पर दिए गए बयान के बाद हंगामा मच गया है। भारत की तरफ से पाक मंत्री के बयान पर लगातार प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।

जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के पुलवामा (Pulwama) जिले को हम सब आतंक के गढ़ के रूप में जानते हैं। लेकिन इस जिले का एक गांव देश भर में इसकी अलग पहचान की इबारत लिख रहा है।

Jammu and Kashmir: आतंकी चाहते थे कि इस विस्फोटक के जरिए पुलवामा जैसा हमला किया जाए। गौरतलब है कि पुलवामा में भारत के 40 जवान शहीद हो गए थे।

प्रशांत शर्मा (Prashant Sharma) आखिरी दम तक आतंकियों से लोहा लेते रहे और उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर 3 आतंकियों को मार गिराया था।

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा के गोसू (Goosu) क्षेत्र में 7 जुलाई (मंगलवार) की सुबह से ही सर्च अभियान चलाया जा रहा था। इस दौरान सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ (Terrorist Encounter) हो गई। सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को मार गिराया। इस मुठभेड़ में एक जवान शहीद हो गया, जबकि दो जवान घायल हो गए।

यह भी पढ़ें