Pakistan

बांग्लादेश (Bangladesh) की आजादी में भारत की अहम भूमिका रही है। बांग्लादेश की आजादी की लड़ाई में भारतीय सेना (Indian Army) ने सीधे पाकिस्तानी सैनिकों से टक्कर ली थी।

गिरफ्तार आतंकी (Militant) पीओके में मौजूद टीआरएफ के हैंडलर अहमद खालिद के निर्देश पर जम्मू आया था। इलाके की जानकारी हासिल करने में  इस आतंकी की मदद करने वाले उसके दो साथियों को भी पकड़ने के प्रयास तेज कर दिये गये हैं। 

संयुक्त राष्ट्र में भारत की प्रथम सचिव स्नेहा दुबे ने कहा कि समूचे केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर और लद्दाख ‘‘हमेशा भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा थे, हैं और रहेंगे। इसमें वे क्षेत्र भी शामिल हैं जो पाकिस्तान के अवैध कब्जे में हैं।

ऑपरेशन को बांग्लादेश की आजादी के नायक शेख मुजीबुर रहमान के 6 प्वाइंट का फॉर्मूला पाकिस्तान सरकार के सामने रखने के बाद शुरू किया गया था।

मारे गये आतंकियों (Militants) के पास से पांच एकके 37 रायफल, सात पिस्तौल और दर्जनों हथगोले सहित बड़ी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद, भारत-पाक की नगदी व अन्य जरूरी सामान जब्त किये गये।

तालिबान (Taliban) ने महिला कार्य मंत्रालय को बंद कर दिया था और इसकी जगह ‘सदाचार प्रचार व अवगुण रोकथाम’ मंत्रालय स्थापित किया था और उसे इस्लामी कानून लागू करने का जिम्मा दिया गया है।

चीन के लिए कहा जाता है कि वह गरीब देशों को इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट में मदद करने के नाम पर अपने कर्ज के जाल में फंसा रहा है।

इस मामले में एक पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी समेत दो पाकिस्तान आधारित आतंकियों (Militants) की पहचान हुई‚ जिन्हें नामजद किया गया है‚ इनमें एक व्यक्ति को पहले ही गिरफ्तार किया गया था।

भारत ने कहा कि पाकिस्तान (Pakistan) को वैश्विक स्तर पर एक ऐसा देश करार दिया गया है जो यूएन द्वारा घोषित आतंकियों (Militants) को राजकीय नीति के तहत खुल कर समर्थन, प्रशिक्षण, वित्त पोषण व हथियार मुहैया करता है।

पकड़े गए आतंकियों (Militants) में से तीन को उत्तर प्रदेश‚ दो को दिल्ली और एक को महाराष्ट्र से पकड़ा गया। पुलिस का दावा है कि दबोचे गए आतंकियों में जान मोहम्मद शेख महाराष्ट्र का रहना वाला है।

पाकिस्तान (Pakistan) के आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद जाहिर तौर पर तालिबान (Taliban) नेतृत्व से मिलने के लिए पिछले हफ्ते ही काबुल गए थे।

पाकिस्तान (Pakistan) हमेशा ये झूठ बोलता है कि वह तालिबान या किसी आतंकी संगठन की कोई मदद नहीं करता है, लेकिन तालिबान पर उसका ये झूठ पकड़ा गया है।

अब तक आपने सड़क पर गाडी‚ बैलगाडी या कार को चलते ही देखा होगा‚ लेकिन पहली बार किसी हाईवे पर हवाई जहाज को देखेंगे। अब सड़कों पर हवाई जहाज और फाइटर प्लेन भी उतरेंगे।

पाकिस्तान से आतंकी कैंपों को अफगानिस्तान में शिफ्ट करने के पीछे सबसे बड़ी वजह ये है कि दुनिया के आंखों में धूल झोंक कर पाकिस्तान एक तरफ जहां एफएटीएफ की चाबुक से बचना चाहता है।

प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने पाकिस्तानी मीडिया और पत्रकारों को चेतावनी देते हुए कहा है कि उन्हें 'आतंकवादी संगठन' ना कहें।

सिराजुद्दीन हक्कानी (Sirajuddin Haqqani) को भूरी या काली आंखों वाला, काले बालों वाला व्यक्ति, 5 फीट 7 इंच लंबा, मध्यम आकार और 150 पाउंड वजन, हल्का और झुरीर्दार रंग और अरबी बोलने वाला बताया गया है।

अमेरिका द्वारा आतंकवादी संगठन के रूप में नामित हक्कानी नेटवर्क के संस्थापक के बेटे सिराजुद्दीन हक्कानी नए गृह मंत्री होंगे। अमेरिका ने इसकी सूचना देने वालों को 50 लाख डॉलर का इनाम रखा है।

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