Naxalite

नक्सली मुर्गी बोदरा की गिरफ्तारी जिला पुलिस बल के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। क्योंकि ये नक्सली (Naxalite) कई नक्सली कांडों में शामिल रहा है और यह केन बम लगाने में माहिर माना जाता है।

पुलिस को खुफिया सूचना मिली थी कि जिले के कामडारा थानाक्षेत्र के अंतर्गत आने वाले टुरूंडू गांव में प्रतिबंधित संगठन पीएलएफआई का एक कुख्यात नक्सली अपने गांव टुरूंडू सरनाटोली से बाहर देखा गया है।

गिरफ्तारी के बाद पुलिसिया छानबीन में नक्सली रामदुलारे (Naxali Ramdulare) ने कई अहम जानकारियां साक्षा की हैं। जिसके आधार पर जिले में एरिया डोमिनेशन व छापेमारी की कार्रवाई लगातार जारी है।

इस घटना के बाद जंगल में सुरक्षाबलों का सर्च ऑपरेशन तेज हो गया है साथ ही हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। जल्द ही हमलावर नक्सलियों (Naxalites) को दबोच या मुठभेड़ में मार गिराये जाने की संभावना है।

गिरफ्तार नक्सली कामता यादव (Naxali Kamta Yadav) के खिलाफ कांड संख्या 10/2006 और 20/2010 जिले में दर्ज है। इस अभियान को एसएसबी (सहायक) अभिषेक कुमार की निगरानी में की गई।

पुलिस अधीक्षक चंदन कुमार सिन्हा के मुताबिक, रविवार को हुई मुठभेड़ के बाद घटनास्थल से हथियार भी बरामद किए गए थे। इस दौरान सुरक्षाबलों को घटनास्थल से चूड़ियों के टूकड़े भी मिली हैं।

हथौड़ी थानाक्षेत्र के तहत आने वाले डीहजीवर गांव से इस कुख्यात नक्सली को धर दबोचा है। नक्सली मिथिलेश (Naxalite Mithilesh) के खिलाफ हथोड़ी व बोचहां थाने में करीब पांच आपराधिक मामले दर्ज हैं।

नक्सलियों के इस हमले में सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट विभोर सिंह, रेडियो ऑपरेटर सुरेंद्र कुमार और हवलदार सुमन पांडे घायल हो गये।

नक्सली उमेश पिछले कई सालों से नक्सलियों के लिए सबसे सुरक्षित माने जाने वाले बूढ़ापहाड़ के इलाके में सक्रिय था। इसके खिलाफ कई थानों में लूट, हत्या का प्रयास, पुलिस टीम पर हमला, निर्माण कार्य में बाधा पहुंचाने सहित दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज हैं। 

गिरफ्तार नक्सली ने ही पिछले महीने जनवरी के अंतिम सप्ताह में नक्सल प्रतिरोध सप्ताह के दौरान गिरिडीह में कई नक्सल घटनाओं को अपने साथियों के साथ अंजाम दिया था।

पुलिसिया छानबीन में गिरफ्तार नक्सली ने कई अपराधों में शामिल होने की बात स्वीकार की है, साथ ही प्रतिबंधित संगठन से जुड़ी कई अहम जानकारियां भी पुलिस से साझा की हैं।

इस सर्च ऑपरेशन के दौरान नक्सलियों (Naxalites) द्वारा बिछाये गये आईईडी की चपेट में आने से सुरक्षाबलों के तीन जवान जख्मी भी हो गये। जिन्हें फौरान हेलीकॉप्टर की मदद से रांची के अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।

नक्सली बुधराम (Naxalite Budhram) ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर पिछले 7 जनवरी को बाक्साइट की खदान पर काम में लगी 27 वाहनों को जला कर राख कर दिया था।

रात के अंधेरे में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच करीब 100 राउंड की फायरिंग हुई, लेकिन सुरक्षाबलों को भारी पड़ता देख सभी नक्सली घटनास्थल से फरार होने में सफल रहे।

गिरफ्तार नक्सलियों (Naxalites) के पास से दो राइफल, एक बाइक, 11 मोबाइल, पीएलएफआई का पर्चा व अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद किये गये हैं।

हजारीबाग जिले के कटकमदाग में नक्सली घटना में एक वाहन में आग लगा दी गयी और इस घटना में गिरफ्तार नक्सली बलवंत (Naxalite Balwant) भी शामिल था।

सुरक्षाबलों ने मारे गये दोनों नक्सलियों (Naxalites) के शव का बरामद कर लिया है। साथ ही घटनास्थल से एक एसएलआर रायफल, एक पिस्तौल और एसएलआर के 175 कारतूस बरामद किया है। 

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