Naxal

बीजापुर जिले के पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, 6 मई की शाम को बीजापुर शहर से बेदरे के लिए जय भवानी ट्रैवल्स की यात्री बस रवाना हुई थी। बस जब कुटरू और फरसेगढ़ के बीच पहुंची थी तभी रास्ते में नक्सलियों ने उसे रोक लिया।

माता-पिता ने उसे दंतेवाड़ा के सरकारी आवासीय विद्यालय में लक्ष्मण का दाखिला करवा दिया। इसके बाद लक्ष्मण ने यहीं रह कर पढ़ाई की। बारहवीं पास के करने के बाद उसने नीट की परीक्षा दी। लक्ष्मण ने बताया कि उसके माता-पिता ने उसे गांव आने से मना करते थे।

गिरफ्तार किया गया हार्डकोर नक्सली रूपेश कुमार सिंह बिहार के भागलपुर जिला के शाहकुंड थाना क्षेत्र के सरौनी गांव का रहनेवाला है। वह नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के क्राइम ब्यूरो टेक्निकल के स्पेशल एरिया कमेटी सदस्य है।

जहीर हार्डकोर नक्सली है। वह पताही थाना क्षेत्र के डुमरी बैजू का रहने वाला है। उसके खिलाफ पूर्वी-चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी और मुजफ्फरपुर जिले के कई थानों में आपराधिक मामले दर्ज हैं।

नक्सलियों ने इस घटना को बीजापुर कोतवाली क्षेत्र के पदेड़ा के पास अंजाम दिया। माना जा रहा है कि नक्सलियों ने पुलिस के द्वारा लगातार की जा रही नक्सल विरोधी कार्रवाई से बौखला कर इस वारदात को अंजाम दिया है।

नक्सली बामन ने बताया कि उसने सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण करने का फैसला किया। नक्सली कमांडर बामन बेको ने 4 जून को दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय पहुंचकर यहां पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव के सामने हथियार डाल दिया।

सुरक्षाबलों ने राज्य के गर्दापाल के जंगलों से हथियारों का बड़ा जखीरा बरामद किया है। नक्सलियों ने बड़ी वारदात को अंजाम देने के मकसद से हथियारों के इस जखीरे को जंगल के एक टैंक में छिपा रखा था।

सर्च के दौरान पुलिस दल ने नक्सली कोपाराम कडती उर्फ वीर सिंह को मासोड़ी गांव के पास से गिरफ्तार किया। गिरफ्तार माओवादी साल 2007 से नक्सली संगठन में जुड़कर कार्य कर रहा था।

एंटी नक्सल ऑपरेशंन्स को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए प्रदेश सरकार ने सुरक्षाबलों को आधुनिक हथियारों और नई तकनीकि के वाहनों से लैस करने की तैयारी कर रही है।

देशभर में लोग लोकसभा चुनाव के नतीजों को जानने में व्यस्त थे। उसी वक्त सुरक्षाबल के जवान मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी निभा रहे थे। इसी दौरान छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में उन्हें बड़ी सफलता हाथ लगी।

इस नक्सली सरेंडर करने के बाद पुलिस को नक्सलियों के कई अहम राज़ बताए। जिसके चलते पुलिस वक्त रहते नक्सलियों के मंसूबों को नाकाम करने में सफल रही।

इन नक्सलियों ने 9 जुलाई, 2018 को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के कांकेर स्थित मारबेड़ा कैंप पर आईडी ब्लास्ट किया था। इस हमले में दो जवान शहीद हो गए थे।

इस खूंखार महिला नक्सली के सिर पर 5 लाख का इनाम था। अब जबकि वह नक्सलियों की हकीकत से वाकिफ हो चुकी है तो अपना रास्ता बदलना चाहती है। अब वह उन नक्सलियों का खात्मा करना चाहती है जो मासूमों की जिंदगी से खिलवाड़ करते हैं।

छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से दो दिन पहले हुए नक्सली हमले से जुड़े एक और नक्सली को गिरफ्तार किया गया है।

सुकमा जिले के पुसपाल थाना क्षेत्र के चितलनार और मुण्डवाल गांव के जंगलों से पुलिस ने महिला नक्सली सोड़ी पीसो उर्फ अनीता को गिरफ्तार किया है।

बिहार के गया में नक्सलियों ने विकास कार्य को रोकने की कोशिश की है। जिले के बाराचट्टी इलाके में हथियारबंद नक्सली दस्ते ने 14 मई की देर रात सड़क निर्माण में लगे एक पोकलेन, ट्रैक्टर और एक पानी की टंकी को आग के हवाले कर दिया।

नक्सल एक ऐसी कौम बन गई है, जहां इंसानियत के लिए कोई जगह नहीं है। नक्सली किस हद तक गिर सकते हैं इसकी मिसाल है सरेंडर कर चुकी नक्सली सुनीता की दास्तान।

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