झारखंड: चतरा में टीएसपीसी का सब-जोनल कमांडर गिरफ्तार
झारखंड में एक कुख्यात नक्सली पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। जानकारी के मुताबिक, नक्सली को राज्य के धुर नक्सल प्रभावित जिला चतरा से गिरफ्तार किया गया है।
कई बार चेतावनी के बावजूद नहीं कर रहा था सरेंडर, कुख्यात नक्सली के खिलाफ हुई बड़ी कार्रवाई
पुलिस ने इस नक्सली को मुख्यधारा में लौट आने के कई मौके दिए। प्रशासन यह चाहता था कि वो खुद सरेंडर कर दे ताकि लोकतंत्र में रहकर वो एक जिम्मेदार नागरिक की भूमिका में आ सके।
2 महीने में 14 धराए, पढ़िए इस इलाके से ‘लाल आतंक’ के दम तोड़ने की कहानी
हालत यह हो गई है कि नक्सली संगठन के कई बड़े नाम या तो अपनी मांद में आज दुबकर बैठे हैं या फिर किसी ना किसी तरह सरेंडर करने की फिराक में हैं।
ये खूंखार नक्सली करता था बारूद का कारोबार, गुर्गों के साथ चढ़ा पुलिस के हत्थे
गिरफ्तार किया गया हार्डकोर नक्सली रूपेश कुमार सिंह बिहार के भागलपुर जिला के शाहकुंड थाना क्षेत्र के सरौनी गांव का रहनेवाला है। वह नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के क्राइम ब्यूरो टेक्निकल के स्पेशल एरिया कमेटी सदस्य है।
नक्सल संगठन का जोनल कमांडर पुलिस के हत्थे चढ़ा
टीएसपीसी के जोनल कमांडर कबीर गंजू, उसके सहयोगी सहित नक्सल संगठन का एक सक्रिय सदस्य सेठा गंझू पुलिस के हत्थे चढ़ा है।
अब तक 65, अब बच गए सिर्फ 550 नक्सली
नक्सलियों के दिन लद गए हैं और इस बात का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि इस साल पिछले 5 महीने में सुरक्षा बलों ने 18 नक्सलियों को मार गिराया है।
नफरत, जिल्लत और रुसवाई, बदहाल ललिता की कुल यही है कमाई
ललिता जब ब्याह कर अपने ससुराल आई तो सब कुछ ठीक था। रवींद्र घर पर ही रहता था। दिन हंसी-खुशी गुजर रहे थे। बमुश्किल महीना भर ही गुजरा होगा कि एक दिन गंजू लापता हो गया। फिर करीब डेढ़ महीने बाद घर लौटा तो बताया कि पार्टी के काम के सिलसिले में गया था।
झारखंड के गिरिडीह में सुरक्षाबलों ने 3 नक्सलियों को मार गिराया, मुठभेड़ में एक जवान शहीद
झारखंड के गिरिडीज जिले में सोमवार को सुरक्षाबलों और नक्सलियों की बीच मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ में CRPF के जवानों ने 3 नक्सलियों को मार गिराया। मुठभेड़ में एक CRPF जवान भी शहीद हो गया।
घर वाले निकाह के लिए लड़की ढूंढ रहे थे लेकिन इशरार ने शहादत को कर लिया कबूल
4 अप्रैल को छत्तीसगढ़ के कांकेर में हुए नक्सली हमले में शहीद होने वाले बीएसएफ के 4 जवानों में झारखंड के धनबाद के लोधना के रहने वाले इशरार खान भी हैं। शहीद मोहम्मद इशरार खान बीएसएफ के 114वीं बटालियन में थे। उनका परिवार लोधना के साउथ गोलकडीह में रहता है। परिवार में सब उन्हें टिंकू कह कर बुलाते थे।
नक्सलग्रस्त दंतेवाड़ा के कावड़गांव को वालीबॉल दे रहा नई पहचान
नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा का कावड़गांव के युवा पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भी अपनी पहचान बना रहे हैं। खासकर वालीबॉल के लिए तो यहां के युवा ही नहीं 4 साल के बच्चे तक दीवाने हैं।
नक्सलवाद का सफाया करने के लिए पूरी तैयारी में है झारखंड पुलिस
पुलिस-टीम में अब एक नया उपकरण जुडऩे जा रहा है। जो नक्सलियों के खात्मे के लिए मददगार साबित होगा। इस उपकरण का नाम है माइक्रो अन्मैन्ड एरियल व्हेकिल (यूएवी) है।
शोषण, बगावत, इश्क, अदावत… एकदम फिल्मी है इस खूंखार नक्सली की कहानी
मुंबई में वेटर की नौकरी के दौरान शोषण से तंग आकर नक्सली बना। एक महिला नक्सली से प्रेम विवाह किया। हिंसा से इतनी मोहब्बत हो गई कि उसके लिए अपनी पत्नी को तलाक दे दिया। फिर खुद नक्सलियों के शोषण से आजिज आकर 25 लाख रुपए के इस वांटेड नक्सली ने सरेंडर कर दिया।
खून के प्यासे शख्स को अपना खून देकर CRPF जवान ने ज़िंदा की इंसानियत की मिसाल
आज के दौर में जहां दोस्त, दोस्त का सगा नहीं होता, भाई का भाई से बैर है। वहीं सीआरपीएफ (CRPF)...
बेटियों की उड़ान की नई मिसाल हैं बस्तर की माउंटेन गर्ल नैना
छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले की नैना राज्य की पहली महिला हैं जिन्होंने किसी पर्वत की चढ़ाई पूरी की है। नैना ने 6,512 मीटर ‘भागीरथी 2’ को फतह कर नया कीर्तिमान बनाया है। भागीरथी-2 हिमालय की सबसे अधिक बर्फीली पहाड़ियों में से एक है, जो उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में है। पुलिस पिता की यह बिटिया जिगर के मामले में पुरुषों को भी मात देती है।
नक्सल प्रभावित बस्तर की पहली आईआईटियन सावित्री की कहानी
सावित्री बस्तर की ऐसी पहली छात्रा हैं, जिन्होंने आईआईटी क्रैक किया। नक्सल प्रभावित क्षेत्र में गरीबी और संसाधनों के अभाव का सामना करते हुए अनपढ़ माता-पिता की इस बेटी ने इतिहास रच दिया।
200 नक्सलियों से अकेले भिड़ गया यह दिलेर, शहादत से पहले मचाया मौत का तांडव
अकेले 200 नक्सलियों से लड़ते हुए के प्रसाद बाबू ने 9 नक्सलियों को मार गिराया। कई नक्सलियों को घायल कर दिया। बाद में प्रसाद बाबू को नक्सलियों ने पकड़ लिया। उन्हें टॉर्चर किया और उनकी हत्या कर दी।
जब मुंबई में दौड़े नक्सल प्रभावित इलाकों के युवा, लोग देखते रह गए
Mumbai Marathon: 20 जनवरी को मुंबई में मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया। वैसे तो 2004 से हर साल जनवरी...