JHARKHAND

गिरफ्तार नक्सली ने ही पिछले महीने जनवरी के अंतिम सप्ताह में नक्सल प्रतिरोध सप्ताह के दौरान गिरिडीह में कई नक्सल घटनाओं को अपने साथियों के साथ अंजाम दिया था।

इस सर्च ऑपरेशन के दौरान नक्सलियों (Naxalites) द्वारा बिछाये गये आईईडी की चपेट में आने से सुरक्षाबलों के तीन जवान जख्मी भी हो गये। जिन्हें फौरान हेलीकॉप्टर की मदद से रांची के अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।

नक्सली बुधराम (Naxalite Budhram) ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर पिछले 7 जनवरी को बाक्साइट की खदान पर काम में लगी 27 वाहनों को जला कर राख कर दिया था।

रात के अंधेरे में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच करीब 100 राउंड की फायरिंग हुई, लेकिन सुरक्षाबलों को भारी पड़ता देख सभी नक्सली घटनास्थल से फरार होने में सफल रहे।

गिरफ्तार नक्सलियों (Naxalites) के पास से दो राइफल, एक बाइक, 11 मोबाइल, पीएलएफआई का पर्चा व अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद किये गये हैं।

हजारीबाग जिले के कटकमदाग में नक्सली घटना में एक वाहन में आग लगा दी गयी और इस घटना में गिरफ्तार नक्सली बलवंत (Naxalite Balwant) भी शामिल था।

सुशील (Ex Naxali Sushil) के गिरोह के 6 साथी पहले ही जेल में हैं। ऐसे में एक साथी के साथ सुशील की गिरफ्तारी पुलिस विभाग के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।

पुलिस पूछताछ में तीनों नक्सलियों (Naxalites) ने ये भी बताया कि मनियाडीह थानाक्षेत्र स्थित नावाटांड इलाके के एक मोबाइल टावर को उड़ाने की योजना है। इसके लिए बकायदा एक केन बम भी छिपा रखा है।

सुरक्षाबलों ने करीब 15-15 किलो के दो केन बम को जब्त कर माओवादियों (Maoists) के मनसूबों पर पानी फेर दिया।

मुठभेड़ के बाद शुरू हुई तलाशी अभियान में घटना स्थल से तीन बंदूकें, 155 छर्रे, पॉलीथीन में पैक लोहे के छोटे-छोटे टुकड़े, डब्बे में बंद बारुद व गंधक और दो मोबाइल फोन बरामद किये गये हैं। 

नक्सल नेता प्रशांत बोस की गिरफ्तारी के खिलाफ नक्सलियों (Naxalites) ने बिहार-झारखंड बंद का आह्वान किया है। इस दौरान नक्सली राज्य में लगातार कई घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।

नक्सलियों (Naxalites) ने पोसैता और डेरूवां स्टेशन के बीच पड़ने वाले कारो नदी के पास अप लाइन को छतिग्रस्त कर दिया है। हालांकि स्थानीय लोगों की सूझबुझ और चालक की त्वरित जानकारी के कारण बड़े रेल हादसे को समय रहते टाल दिया गया।

टॉप नक्सल कमांडर और नेता प्रशांत बोस की गिरफ्तारी के विरोध में नक्सलियों ने पूरे राज्य में एक सप्ताह का प्रतिरोध सप्ताह मनाने की घोषणा की है।

अनल दा' के नेतृत्व में एक नक्सल समूह ने सुरक्षाबलों को नुकसान पहुंचाने के मकसद से पश्चिमी सिंहभूम, खूंटी, रांची और सरायकेला-खरसावां के कई इलाकों में विस्फोटक लगाए हैं।

नक्सलियों में से दो की पहचान विश्राम कोंकणी उर्फ मोटा उर्फ सुकरा और कुलेन कोंगाडी के रूप में की गयी है जबकि एक अन्य आरोपी नाबालिग है। पुलिस ने इनके पास से कारतूस, पीएलएफआई का पर्चा, चंदा रसीद, मोबाइल और एक बाइक बरामद की है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी दिवाकर ने बताया कि जिले में 50-60 की संख्या में नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए एकत्र हुये थे लेकिन खुफिया तंत्र के कारण समय रहते सुरक्षाबलों ने उनके इस मंसूबे को नाकाम कर दिया।

पूछताछ में इनका नाम निवेश कुमार निवासी धुर्वा, शुभम कुमार निवासी खूंटी, ध्रुव कुमार निवासी सोनपुर जिला रांची बताया। ये सभी नक्सली प्रतिबंधित नक्सल संगठन पीएचलएफआई के सदस्य हैं।

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