Jammu kashmir

बीएसएफ और पाकिस्तान रेंजर्स के जवानों ने मंगलवार को ईद (Eid) के मौके पर जम्मू फ्रंटियर के तहत अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर स्थित विभिन्न चौकियों पर सौहार्दपूर्ण माहौल में मिठाइयों का आदान-प्रदान किया।

दोनों आतंकियों (Terrorists) की पहचान स्थानीय आतंकी एजाज हाफिज और शाहिद अयूब के तौर पर की गयी है। ये अल बद्र से जुड़े थे और उनके पास से दो रायफल बरामद हुई हैं।

अधिकारी के अनुसार, लक्ष्यों की पहचान करने और हमले को अंजाम देने की खातिर मोटरसाइकिल का बंदोबस्त करने के लिए मीर ने अपने दोस्त शकीर हामिद भट की मदद ली थी।

इस हमले में घायल दोनों जवानों को फौरन अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां हेड कांस्टेबल सुरिंदर सिंह की मौत हो गई जबकि गंभीर रूप से घायल एएसआई देवराज का इलाज चल रहा है। 

ये उपकरण अफगानिस्तान से पाकिस्तानी आतंकियों के हाथ लगा हो। क्योंकि इन थर्मल इमेजिंग उपकरणों की मदद से रात के अंधेरे में भी ये आतंकी मुठभेड़ स्थल से आसानी से फरार हो सकते हैं। 

ऐसा माना जा रहा है कि इस दौरान लश्कर-ए-तैयबा का मुखौटा संगठन द रेजिस्टेंस फोर्स (टीआरएफ) का एक कमांडर फंसा हुआ है जिसे जल्द ही मार गिराया जायेगा।

उप राज्यपाल मनोज सिन्हा और राजनीतिक पार्टियों ने इस हत्या की निंदा की है। सिन्हां के अनुसार, मैं सरपंच मंजूर अहमद बांगरू पर हुए हमले की कड़ी निंदा करता हूं।

मुठेभड़ के बाद घटनास्थल से सुरक्षाबलों ने ऑटोमेटिक हथियार के साथ गोला-बारूद व कुछ अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की है। वहीं अभी तक मारे गये आतंकियों (Terrorists) की पहचान नहीं हो पाई है। 

आतंकी अली काशिफ जान (Terrorist Ali Kashif Jan) पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद के ‘लॉन्चिंग पैड’ से काम करना जारी रखे हुए है और वह भारत में हमलों की योजना के तहत आतंकियों की लगातार भर्ती कर रहा है। 

आतंकियों के हमले का सुरक्षाबलों ने माकूल जवाब दिया और लश्कर-ए-तैयबा के एक आतंकी को मार गिराया है। जिसकी पहचान कुलगाम निवासी लश्कर कमांडर निसार अहमद डार के रूप में हुई है।

मुठभेड़ में मारे गये इन आतंकियों (Terrorists) की पहचान प्रतिबंधित आतंकी संगठन अंसार-गजवतुल-हिंद के सफत मुजफ्फर सोफी उर्फ मुआविया और लश्कर-ए-तैयबा के उमर तेली उर्फ तल्हा के रूप में हुई है।

सुरक्षाबलों ने तीन आतंकी सहयोगियों (Terrorist Associates) को हिरासत में लिया है, जिनकी पहचान पुलवामा जिले के ओवैस अल्ताफ निवासी जांदवाल, आकिब मंजूर निवासी गुडुरा और वसीम अहमद पंडित निवासी करीमाबाद के तौर पर हुई है

मारे गये आतंकी की पहचान अभी नहीं हो पाई है। हालांकि अभी भी 2-3 तीन आतंकियों के छिपे होने की आशंका है। तुर्कवांगम में सुरक्षाबलों का ये अभियान जारी है, जल्द ही बड़ी कामयाबी हाथ लग सकती है। 

जांच के दौरान इन तीनों आरोपियों (Three Suspects) के पास से आठ किलो आरडीएक्स के साथ टाइमर व बम बनाने का सामान बरामद किया है।

मारे गये आतंकियों (Terrorists) की पहचान ईस अहमद भट पुत्र अब्दुल हमीद भट निवासी शाहबाद वीरी बिजबेहाड़ा और हिलाल अहमद राह उर्फ शब्बू पुत्र सफीर अहमद राह निवासी बिजबेहाड़ा के तौर पर हुई है।

रैनावारी इलाके में एक नाके पर आतंकियों ने हथगोले से हमला किया, लेकिन यह हथगोला अपने निर्धारित लक्ष्य से चूक गया। इस हमले में एक पुलिसकर्मी और एक सीआरपीएफ का जवान मामूली रूप से जख्मी हो गए।

गिरफ्तार आतंकी मददगारों (Terror Associates) की पहचान जावेद अहमद डार, सज्जाद अहमद डार निवासी काकापोरा, अर्शीद अहमद मीर व रमीज राजा निवासी परिगाम, राउफ अहमद लोन निवासी लेल्हार और आकिब मकबूल भट निवासी अलूचीबाग के तौर पर हुई है।

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