Chhattisgarh Naxals

सीआरपीएफ (CRPF) अफसर प्रकाश रंजन मिश्रा का नाम सुनते ही नक्सली (Naxalites) कांप उठते हैं। वे सीआरपीएफ के उन चुनिंदा जवानों में से एक हैं जिन्होंने अबतक 100 से ज्यादा नक्सलियों को मौत के घाट उतारा है।

देश के नक्सल प्रभावित राज्यों में नक्सलियों (Naxals) के खिलाफ हमारे वीर सपूत कहर बनकर टूट पड़ते हैं। साल 2017 के मई महीने के दूसरे हफ्ते में भी जवानों ने नक्सलियों को भगा-भगाकर मारा था।

बस्तर पुलिस ने इन समस्याओं से निपटने का एक सही तरीका ढूंढ निकाला है। ऐसा तरीका जिससे नक्सलियों का अर्बन नेटवर्क और कथित समाजसेवी संस्थाओं की ये कोशिशें नाकाम हो जाएंगी।

आयता ने भी जिंदगी के करीब 13 से इसी मुगालते में गुजार दिए कि वह अपने समाज और आदिवासियों के हितों की लड़ाई लड़ रहा है। पर, जब असलियत से सामना हुआ तो संगठन में उसका दम घुटने लगा।

पिछले दो महीनों में 70 नक्सलियों ने लोन वर्राटू अभियान के तहत सरेंडर किया है। जिसमें एक लाख से लेकर 8 लाख रुपये तक के इनामी नक्सली शामिल हैं।

1 अगस्त को गश्त के दौरान पुलिस के एक दल ने जिले के भैरमगढ़ थाना क्षेत्र के तिंडोडी गांव से नक्सली (Naxal) महेश यादव को गिरफ्तार कर लिया।

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सलियों ने पुलिसकर्मी के पिता का अपहरण कर लिया है। दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने जानकारी दी है कि नक्सलियों ने बीती रात पुलिसकर्मी के माता-पिता का गुमियापाल में अपहरण कर लिया है।

'पिता मर गए...यह बात तब पता चली जब मैं दो साल बाद घर आई...मां के मरने की खबर मिली थी लेकिन उस वक्त नक्सली आकाओं ने मुझे जाने नहीं दिया।' मरने के बाद अपने माता-पिता का चेहरा तक नहीं देख सकी कोर्राम सुंदरी उर्फ ललिता की ये बातें नक्सलियों के जुल्म-ओ-सितम की कहानी बयां करने के लिए काफी हैं।

गांव का मुन्ना जब नक्सली बना तो वो इतना बड़ा हो गया कि उसे लोगों की हत्या, लूटपाट और रंगदारी मांगने जैसे काम छोटे लगने लगे। भटका हुआ मुन्ना राम कड़ती (Munna Ram Kadti) कई सालों तक नक्सली संगठन में रहा और संगठन के लिए कई गंभीर अपराधों को अंजाम भी दिया।

छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों ने बड़े धमाके की तैयारी की थी। नक्सलियों के निशाने पर थे सुरक्षाबल के जवान। लेकिन वक्त रहते सुरक्षाबलों ने नक्सलियों की इस साजिश को नाकाम कर दिया।

सरेंडर के बाद अंजू ने बताया कि जब वो 7 साल की थी तब कुछ लोगों ने उसके भाई की हत्या कर दी थी। भाई की मौत का बदला लेने के लिए उसने इसी उम्र में नक्सली संगठन ज्वायन कर लिया।

छत्तीसगढ़ में बस्तर क्षेत्र के तीन जिलों में तीन इनामी नक्सलियों समेत पांच नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है।

आम लोगों की जिंदगी में मुश्किलें खड़ी करना और हमारे प्रहरियों की राह में कांटा बिछाना....इस काम में नक्सलियों का कोई सानी नहीं है। कायरता से भरे कारनामे करने वाले नक्सलियों ने अब छत्तीसगढ़ में एक और कायरतापूर्ण कार्रवाई को अंजाम दिया है।

50 साल की कानी और 43 साल के रामा रिश्ते में भाई बहन हैं और आज एक-दूसरे के खिलाफ बंदूक उठा कर लड़ रहे हैं। इस मुठभेड़ के बाद रामा ने कहा, 'मैं उस पर गोली चलाना नहीं चाहता था। लेकिन उसकी टीम में शामिल माओवादियों ने अचानक मुझ पर गोलियां चला दी।'

छत्तीसगढ़ के सुकमा में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों की एक बड़ी साजिश नाकाम कर दिया है। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों ने शक्तिशाली IED नष्ट कर दिया। आईईडी बिछाने के पीछे नक्सलियों का इरादा सुरक्षाबलों की गाड़ियों को निशाना बनाना था।

छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सुरक्षाबलों ने एक महिला नक्सली को गिरफ्तार किया है। पुलिस इस महिला नक्सली की गिरफ्तारी को बड़ी कामयाबी मान रही है। इस महिला नक्सली की गुनाहों की फेहरिस्त काफी लंबी है।

छत्तीसगढ़ में नक्सली शहीदी सप्ताह मना रहे हैं। इस मौके पर उन्होंने बंद भी बुलाया है। पर बंद के पहले ही दिन सुकमा में नक्सलियों को बड़ा झटका लगा। सुकमा में 14 नक्सलियों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया।

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