BJP MLA Died in Naxal Attack

डीआरजी और पुलिस के जवान किरंदुल थाना क्षेत्र में हिलोरी के जंगलों में सर्च ऑपरेशन पर निकले थे। इसी दौरान उनका सामना नक्सलियों से हो गया। नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। जवाब में जवानों ने भी फायरिंग की। इस मुठभेड़ में एक नक्सली मारा गया।

छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से दो दिन पहले हुए नक्सली हमले से जुड़े एक और नक्सली को गिरफ्तार किया गया है।

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में 2 मई को पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में सुरक्षा बलों के हाथ बड़ी कामयाबी लगी। जिसमें पुलिस ने 8 लाख रुपये के इनामी नक्सली को ढेर कर दिया है।

18 अप्रैल की सुबह मतदान से ठीक पहले छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में पुलिस ने एनकाउंटर करके दो नक्सलियों को मार गिराया है। मुठभेड़ में नक्सली कमांडर वर्गीस भी मारा गया है। नक्सल कमांडर वर्गीस ने ही लैंडमाईन बिछाकर भाजपा विधायक मांडवी के काफिले पर धमाका किया था।

छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों ने एक पुलिसकर्मी पर हमला कर उसे घायल कर दिया और पुलिस के पास मौजूद राइफल को छीनकर भाग गए। घायल पुलिसकर्मी अपने अन्य साथियों के साथ जिले के मद्देड़ में रामनवमी के मेले में सुरक्षा ड्यूटी पर था। सुरक्षा की दृष्टि से इस मेले में राज्य सरकार ने 40 पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगा रखी है।घायल पुलिसकर्मी का नाम वेंकट मज्जी बताया जा रहा है।

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में 9 अप्रैल को हुए नक्सली हमले को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। इस हमले की जिम्मेदारी कुख्यात नक्सली साईंनाथ ने लिया है। उसने एक पर्चा जारी किया है, जिसमें इस हमले के पीछे उसका हाथ होने की बात कही गई है। साईंनाथ दंडकारण्य स्पेशल जोन और दरभा डिवीजन कमिटी का सचिव है।

दशकों से नक्सली हिंसा का दंश झेलने वाली छत्तीसगढ़ की धरती पर आज भी लोकतंत्र बेहद दृढ़ता से खड़ा है। नक्सली हिंसा का गवाह रहा भारत का यह राज्य लोकतंत्र के इस महापर्व को खूब हर्षोल्लास के साथ मनाता आया है। नक्सलियों के लाख कोशिशों के बावजूद भी यहां के लोगों का भारतीय लोकतंत्र में विश्वास क़ायम है। इनका यही विश्वास नक्सलवाद की हार है।

छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के मानपुर थाना के महाराष्ट्र सीमा के पास बुकमरका पहाड़ी में 10 अप्रैल को पुलिस ने धावा बोल कर नक्सली शिविर को ध्वस्त कर दिया। काफी देर तक चली फायरिंग के दौरान नक्सलियों ने आइईडी ब्लास्ट भी किए और फिर पुलिस को भारी पड़ता देख मोर्चा छोड़कर वहां से भाग खड़े हुए।

लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2019) के लिए होने वाले मतदान से एक दिन पहले 10 अप्रैल को महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में सीआरपीएफ (CRPF) की पेट्रोलिंग टीम पर नक्सलियों ने हमला किया। विधायक भीमा मंडावी के काफिले पर हमले के अगले ही दिन नक्सलियों ने सीआरपीएफ जवानों पर हमला किया। नक्सलियों ने गढचिरौली के इट्टापल्ली के गट्टा इलाके में सीआरपीएफ के 191 बटालियन पर आईईडी हमला किया।

शहीद दंतेश्वर मौर्य एक महीने पहले ही छुट्टियों में घर आए थे। 12 अप्रैल को उनकी भतीजी की शादी है, जिसके लिए उन्हें दो दिन बाद ही घर जाना था। पर शादी के मौके पर घर में मातम का माहौल है।

छत्तीसगढ़ में लोकसभा के पहले और दूसरे चरण के मतदान 11 अप्रैल और 18 अप्रैल को होने हैं। तीसरे चरण के मतदान 23 अप्रैल को होंगे। चुनाव आयोग ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के लिए तीनों चरण के मतदान अपने तय कार्यक्रम के अनुसार ही होंगे।

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में 9 अप्रैल को नक्सलियों ने एक बड़े हमले को अंजाम दिया। 2019-लोकसभा चुनाव से ठीक दो दिन पहले नक्सलियों ने IED ब्लास्ट कर भाजपा विधायक भीमा मंडावी समेत पांच लोगों को मौत के घाट उतार दिया।

छत्तीसगढ़ में एक हफ्ते के भीतर यह तीसरा नक्सली हमला है। नक्सली लगातार बड़ा नुकसान पहुंचाने की कोशिश में थे। हाल ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से पहले भी नक्सलियों ने पखांजुर के माहला इलाके में बीएसएफ के चार जवानों की हत्या कर दी।

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