Ambedkar Jayanti 2021: एक बेहतरीन अर्थशास्त्री भी थे बाबा साहेब, सबसे पहले की थी आर्थिक विकास में महिलाओं के योगदान की वकालत
बाबा साहेब (Dr. Bhim Rao Ambedkar) एक अच्छे अर्थशास्त्री भी थे, ये बात कम लोग ही जानते हैं। आज उनकी जयंती पर हम एक अर्थशास्त्री के रूप में बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की उपलब्धियों की बात करेंगे।
आखिर किस बात पर गांधीजी से अड़ गए थे डॉ. भीमराव अंबेडकर (Dr. Bhim Rao Ambedkar)?
डॉ भीमराव अंबेडकर (Dr. Bhim Rao Ambedkar) की आज जयंती (Ambedkar Jayanti) है। भारतीय संविधान के निर्माता, समाज सुधारक और महान नेता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर में धूमधाम से मनाई जाती है।
संविधान निर्माता, जिसने बदल दी सामाजिक न्याय की परिभाषा
एक बार अपनी जाति की वजह से डेढ़ दिन तक भीमराव अंबेडकर को प्यासा रहना पड़ा था। बात तब की है, जब उनके पिता रामजी सूबेदार की नियुक्ति गोरेगांव के पास हो गई थी। अंबेडकर अपने बड़े भाई और भान्जों के साथ रेलगाड़ी से गोरेगांव तो पहुंच गए, लेकिन स्टेशन से उस गांव तक पहुंचने के लिए उनको कड़ी मशक्कत का सामना करना पड़ा। कोई भी बैलगाड़ी वाला उन्हें अपनी गाड़ी में बैठाने के लिए तैयार नहीं था।