दुश्मन भी कांपता था दादा के नाम से, खुली चुनौती देकर 4 आतंकियों को उतारा मौत के घाट
हंगपन दादा की बहादुरी के किस्से सुनकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं। उन्होंने सीमा पर घुसपैठ की कोशिश करने वाले चार आतंकवादियों को अकेले मार गिराया और वीरगति को प्राप्त हुए।
वो ‘आतंकवादी’ जिसकी शहादत पर पूरे देश को नाज है…
उनके सिर पर काफी चोटें आई थीं। जख्मी होने के बावजूद नजीर वानी ने आतंकियों को भागने नहीं दिया। वह आतंकियों के भाग निकलने के रास्ते पर डटे रहे। उन्होंने दूसरे आतंकी को भी ढेर कर दिया। इस एनकाउंटर में वानी और उनके साथियों ने कुल 6 आतंकियों को मार गिराया था।