बच्चों की जिंदगी संवारने की पहल, झारखंड पुलिस ने बनाई है ये योजना

नक्सलवाद से प्रभावित राज्य झारखंड के गांवों में दोबारा कोई बच्चा नक्सली बन हिंसा के रास्ते पर न जाए, इसके लिए पुलिस ने एक पहल की है। इस पहल की शुरुआत प्रदेश के पूर्वी सिंहभूम जिले के झुंझका से की गई।

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झारखंड के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में युवाओं के शिक्षा और रोजगार के लिए पुलिस की पहल।

नक्सलवाद से प्रभावित राज्य झारखंड के गांवों में दोबारा कोई बच्चा नक्सली बन हिंसा के रास्ते पर न जाए, इसके लिए पुलिस ने एक पहल की है। इस पहल की शुरुआत प्रदेश के पूर्वी सिंहभूम जिले के झुंझका से की गई। यह पांच लाख रुपए के कुख्यात इनामी नक्सली सचिन उर्फ रामप्रसाद मार्डी का गांव है। इस गांव का कोई भी बच्चा भविष्य में कभी भी सचिन की तरह न बने इसलिए पुलिस ने उन्हें शिक्षा से जोड़ने और उनके लिए रोजगार का इंतजाम करने का बीड़ा उठाया है। इसके लिए पुलिस ने प्राथमिक विद्यालय, झुंझका में बाल पुस्तकालय खोला है। एसएसपी अनूप बिरथरे ने 3 जुलाई को पुस्तकालय का उद्घाटन किया।

समारोह में गांव के सैकड़ों लोग शामिल हुए। एसएसपी के अनुसार, पुस्तकालय का मकसद ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को शिक्षित कर नक्सली गतिविधियों से दूर रखना है। इस अभियान के तहत गांव के युवाओं को रोजगार और गरीब परिवारों के बच्चों को पढ़ना-लिखना सिखाया जाएगा। अभियान के तहत दूसरे चरण में नक्सल प्रभावित बोड़ाम और एमजीएम थाना क्षेत्र के दलदली, बनामपुर, इंदुमाटी आदि गांवों में शिक्षा और विकास के कई और काम भी होंगे। पुलिस बच्चों को पढ़ा-लिखाकर योग्य बनाएगी और उन्हें रोजगार भी दिलाएगी। तीसरे चरण में घाटशिला, चाकुलिया के नक्सल क्षेत्रों में पुस्तकालय खोले जाएंगे।

नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के गरीब परिवारों के छोटे-छोटे बच्चे अब पुलिस की ओर से गांवों में खोले जा रहे बाल पुस्तकालय में पढ़ेंगे। इसके साथ ही बच्चों को पढ़ाई के प्रति अकर्षित करने के लिए क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में टीवी भी लगाए जाएंगे। एसएसपी ने ग्रामीण इलाकों के थानेदारों को नक्सल प्रभावित क्षेत्रों से सटे गांवों के बेरोजगार युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए पहल करने का टास्क दिया है। क्योंकि आर्थिक तंगी के कारण ही बेरोजगार युवक नक्सलवाद के रास्ते पर चल पड़ते हैं और नक्सलियों के इशारे पर काम करना शुरू कर देते हैं। इस योजना के अनुसार पुलिस 40 युवाओं को बड़े वाहन चलाने की मुफ्त ट्रेनिंग देगी। इस महीने के अंत तक उन्हें जमशेदपुर ले जाकर ट्रेनिंग दिलाई जाएगी।

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