छत्तीसगढ़: नक्सल प्रभावित कोंडागांव (Kondagaon) के युवा फुटबॉल में दिखा रहे अपना दम-खम

छत्तीसगढ़ के कोंडागांव (Kondagaon) जिले का नक्सल प्रभावित क्षेत्र मर्दापाल और धनोरा। यहां के युवा लाल आतंक के साए में पले, गांव की दहलीज से कभी बाहर नहीं निकल पाए थे, वही युवा अब सामुदायिक पुलिसिंग के सहारे खेल प्रतियोगिताओं में अपना परचम लहरा रहे हैं।

Kondagaon

कोंडागांव (Kondagaon) जिले के युवा लाल आतंक के साए में पले, गांव की दहलीज से कभी बाहर नहीं निकल पाए थे, वही युवा अब सामुदायिक पुलिसिंग के सहारे खेल प्रतियोगिताओं में अपना परचम लहरा रहे हैं।

छत्तीसगढ़ के कोंडागांव (Kondagaon) जिले का नक्सल प्रभावित क्षेत्र मर्दापाल और धनोरा। यहां के युवा लाल आतंक के साए में पले, गांव की दहलीज से कभी बाहर नहीं निकल पाए थे, वही युवा अब सामुदायिक पुलिसिंग के सहारे खेल प्रतियोगिताओं में अपना परचम लहरा रहे हैं।

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नक्सल प्रभावित कोंडागांव (Kondagaon) के युवा फुटबॉल में लहरा रहे परचम

कोंडागांव (Kondagaon) के इस नक्सल प्रभावित क्षेत्र के युवा गांव में प्राथमिक और माध्यमिक तक की शिक्षा प्राप्त कर परिवार के कार्यों में हाथ बंटाते। कोई गाय- बकरी चराने तो कोई खेती कार्यों में जुड़ा होता। विकास से कोसों दूर नक्सल प्रभावित गांव के युवाओं में छिपी प्रतिभा निखारने के लिए एसपी सुजीत कुमार ने अंदरूनी क्षेत्रों में सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम चलाया। कार्यक्रम के माध्यम से जरूरतमंद ग्रामीणों तक सरकार की जनहितकारी योजनाओं को पहुंचाने के साथ ही खेल प्रतिभा तलाशने की पहल शुरू हुई। सामुदायिक पुलिसिंग के तहत विभाग के अधिकारी गांव-गांव में खेलों का आयोजन कर प्रतिभा तलाशने लगे।

युवाओं के लिए ब्लॉक और जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिला स्तरीय प्रतियोगिता से चयनित कोंडागांव (Kondagaon) के मर्दापाल के संतोष पोटाई, धनोरा के देवकरण नाग, संदीप बांसकोट आदि जिले के 18 खिलाड़ियों को ऑल इंडिया लेवल पर पंजीयन के पश्चात् एनटीपीसी कोरबा में आयोजित होने वाली राज्य स्तरीय अंडर-19 फुटबॉल टूर्नामेंट के लिए पहली बार भेजा गया। युवाओं को फुटबॉल सिखाने वाले नेशनल रेफरी और शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, कोंडागांव के शिक्षक चंद्रशेखर ने बताया कि अंदरूनी गांव से निकले खिलाड़ियों की टीम को चयन के बाद जिला मुख्यालय में प्रशिक्षण दिया गया।

साथ ही भिलाई से पहुंचे राष्ट्रीय स्तर के कोच गोंडाले द्वारा इन खिलाड़ियों को चार दिनों का विशेष प्रशिक्षण भी दिया गया। खिलाडियों का ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन में पंजीयन के बाद ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन और छत्तीसगढ़ फुटबॉल एसोसिएशन के द्वारा प्रशिक्षण देने ग्रास रूट फुटबॉल लीडर कोर्स 10 नवंबर से कोंडागांव (Kondagaon) में आयोजित किया गया है। जिसमें खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने के लिए ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन से जुड़े राष्ट्रीय स्तर के कोच सिक्किम और केरल से 8 नवंबर को यहां पहुंचेंगे।

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