जाकिर मूसा का खेल खत्म, सुरक्षाबलों ने इस मोस्ट वांटेड को यूं किया ढेर

जाकिर मूसा 2013 में आतंक की दुनिया में आया था। मूसा हिजबुल कमांडर बुरहान वानी का करीबी था। बुरहान वानी के मारे जाने के बाद घाटी में जाकिर मूसा ही आतंक का चेहरा था।

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आतंकी जाकिर मूसा 2017 से पहले हिज्बुल मुजाहिद्दीन के साथ जुड़ा था।

लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजों के साथ ही एक और बड़ी खबर आई। जम्मू-कश्मीर के त्राल इलाके में हुई एक मुठभेड़ में मोस्ट वांटेड आतंकी जाकिर मूसा को सुरक्षाबलों ने मार गिराया। मूसा आतंकी संगठन अंसार गजवत-उल-हिंद का प्रमुख था। जानकारी के मुताबिक, सेना की 42 राष्ट्रीय राइफल्स, स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) और सीआरपीएफ (CRPF) की एक टुकड़ी ने पुलवामा जिले के त्राल इलाके में एक सर्च ऑपरेशन में दो आतंकियों को ढेर कर दिया। इनमें से एक आतंकी जाकिर मूसा था। मूसा के शव को बरामद कर लिया गया। मुठभेड़ स्थल से एके 47 और रॉकेट लॉन्चर भी बरामद किया गया।

23 मई को सुरक्षाबलों को इलाके में जाकिर मूसा के छिपे होने की खुफिया सूचना मिली थी। जिसके आधार पर सुरक्षाबलों ने त्राल के ददसारा में तलाशी अभियान चलाया। सुरक्षाबलों ने जब आतंकियों से सरेंडर करने को कहा तो ये आतंकी ग्रेनेड से हमला करने लगे। इस दौरान सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई में जाकिर मूसा मारा गया। वह त्राल के नूरपोरा का रहने वाला था। वह इंजीनियरिंग का ड्रॉपआउट स्टूडेंट था। जाकिर मूसा 2013 में आतंक की दुनिया में आया था। मूसा हिजबुल कमांडर बुरहान वानी का करीबी था। बुरहान वानी के मारे जाने के बाद घाटी में जाकिर मूसा ही आतंक का चेहरा था।

आतंकी जाकिर मूसा 2017 से पहले हिज्बुल मुजाहिद्दीन के साथ जुड़ा था। लेकिन कुछ दिनों बाद उसने इस आतंकी संगठन से रिश्ता तोड़ अपना संगठन अंसार गजवात उल हिंद बना लिया। जाकिर मूसा खुद को कुख्यात आतंकी ओसामा बिन लादेन का गुर्गा बताने लगा। सुरक्षा एजेंसियों को लंबे समय से उसकी तलाश थी। मूसा पर 20 लाख का इनाम था। बीते 18 दिनों में सुरक्षाबलों ने 16 आतंकियों को मार गिराया है। मूसा का मारा जाना सुरक्षाबलों के लिए एक बड़ी कामयाबी है। सुरक्षा के मद्देनजर इलाके में कर्फ्यू लगा दी गई है।

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