पंजाब सीमा पर फिर देखे गए पाकिस्तानी ड्रोन, BSF और स्थानीय पुलिस अलर्ट

इससे पहले इसी हफ्ते 7 अक्टूबर की रात पंजाब के हुसैनीवाला सेक्टर में दो पाकिस्तानी ड्रोन भारतीय सीमा में घुसे थे। यह संदिग्ध ड्रोन बस्ती रामलाल की बॉर्डर आउट पोस्ट और हुसैनीवाला की एचके टावर पोस्ट के करीब देखे गए और एक किलोमीटर की ऊंचाई पर उड़ रहे थे।

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पंजाब में फिरोजपुर जिले के हुसैनीवाला बॉर्डर पर 10 अक्टूबर की सुबह पाकिस्तानी ड्रोन देखा गया।

पंजाब में फिरोजपुर जिले के हुसैनीवाला बॉर्डर पर 10 अक्टूबर की सुबह पाकिस्तानी ड्रोन देखा गया। झुंझारा हजारा सिंह वाला के सीमावर्ती गांव में ग्रामीणों ने सुबह दो ड्रोन देखे। स्थानीय लोगों के अनुसार ड्रोन गांव के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गए हैं। सीमा सुक्षा बल (BSF) ने इसकी सूचना पुलिस को दी।

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पाकिस्तानी ड्रोन (फाइल फोटो)

BSF और पुलिस ड्रोन की तलाश कर रही है। इससे पहले इसी हफ्ते 7 अक्टूबर की रात पंजाब के हुसैनीवाला सेक्टर में दो पाकिस्तानी ड्रोन भारतीय सीमा में घुसे थे। यह संदिग्ध ड्रोन बस्ती रामलाल की बॉर्डर आउट पोस्ट और हुसैनीवाला की एचके टावर पोस्ट के करीब देखे गए और एक किलोमीटर की ऊंचाई पर उड़ रहे थे। पहला ड्रोन 10 बजे से लेकर 10:40 के बीच में देखा गया और दूसरा रात के 12:25 बजे। ड्रोन मल्लावाला क्षेत्र की बस्ती रामलाल के एरिया में करीब 1 किलोमीटर भारतीय सीमा में अंदर तक घुस कर वापस गया। इस बस्ती को नशीले पदार्थों की तस्करी का केंद्र माना जाता है। ऐसे में ड्रोन के जरिए नशीला पदार्थ भेजे जाने की आशंका है।

एसपी हेड क्वार्टर जीएस चीमा ने बताया कि बीएसएफ ने सोमवार रात को सूचना दी थी कि सीमा क्षेत्र में ड्रोन दिखा है। ड्रोन की ऊंचाई काफी ज्यादा थी और आवाज बिलकुल नहीं थी। आसमान में लाल लाइट ब्लिंक होने पर इसका पता चला। इलाके में सघन तलाशी ली गई, लेकिन कुछ मिला नहीं। BSF ने लगातार दूसरे दिन 8 अक्टूबर की सुबह भी सीमावर्ती क्षेत्र में पाकिस्तान ड्रोन के घुसने की सूचना दी थी। पुलिस ने कोई ड्रोन बरामद नहीं किया। हालांकि स्थानीय लोगों का दावा है कि ड्रोन गांव के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गए हैं। बीते कुछ दिनों में कई बार पाकिस्तानी ड्रोन भारतीय सीमा में देखे गए हैं।

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1 अक्टूबर की रात को भी फाजिल्का के सीमावर्ती क्षेत्र में पाकिस्तानी ड्रोन उड़ते देखे गए थे। यह ड्रोन कई बार भारतीय सीमा क्षेत्र में घुसे। हुसैनीवाला सेक्टर से सटे कई गांव के लोगों ने भी ड्रोन देखे जाने की पुष्टि की थी। अमृतसर के मुहावा गांव में 13 अगस्त, 2019 को एक संदिग्ध ड्रोन धान के खेत में गिरा हुआ मिला था। 25 सितंबर को तरनतारन पुलिस ने झब्बाल नामक जगह से एक नष्ट किए गए ड्रोन को बरामद किया था। जांच में खुलासा हुआ कि खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स और खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के आतंकवादियों ने हथियारों की खेप भारत भेजने के लिए कम से कम 4 ड्रोन का इस्तेमाल किया जो 7 से 8 बार भारतीय सीमा में घुसे थे।

जांच में यह बात भी सामने आई कि पाकिस्तान में बैठे खालिस्तान लिबरेशन फोर्स और खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स के आतंकवादी अब तक ड्रोन के जरिए भारत में 12 सितंबर से 24 सितंबर के बीच 12 दिनों में 16 असॉल्ट राइफल्स भेज चुके हैं जिनमें 4 AK-56, 5 AK-47 और 5 AK-74 राइफल शामिल हैं। इसके अलावा 9 हैंड ग्रेनेड, चार पिस्टल, 5 थुराया सेटेलाइट फोन, दो वायरलेस सेट के अलावा 10 लाख रुपये की नकली करेंसी और मैगजीन कारतूस आदि भी पाकिस्तान से भेजी जा चुकी है। आतंकवादियों की ओर से ड्रोन के जरिए हथियारों और नशीले पदार्थों की खेप भारत में भेजने की कोशिशों का खुलासा होने के बाद भारतीय सेना, बीएसएफ, पुलिस और खुफिया तंत्र अलर्ट हो गए हैं। पाकिस्तान से सटे अंतरराष्ट्रीय सीमा पर आधुनिक उपकरणों के जरिए पाकिस्तानी ड्रोन पर नजर रखी जा रही है।

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